हाथरस: जिले में रविवार को स्वास्थ्य कर्मियों का सम्मान किया गया, जिसमें सरकारी अस्पताल और निजी चिकित्सालयों के करीब 24 डॉक्टर शामिल हुए. यह कार्यक्रम नगर पालिका के चेयरमैन की ओर से आयोजित किया गया था. इस दौरान डॉक्टरों ने कहा कि हम इस मुसीबत से साथ मिलकर बाहर आ सकते हैं.
वैश्विक महामारी कोरोना की लड़ाई लड़ने वालों में सबसे आगे स्वास्थ्य कर्मी हैं, जिनके साथ दुर्व्यवहार भी सबसे अधिक हो रहा है. केंद्र सरकार ने भी 123 साल पुराने कानून में बदलाव के लिए अध्यादेश को मंजूरी दी है. जिले में शनिवार की शाम डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का स्वागत सम्मान हुआ. नगरपालिका के चेयरमैन आशीष शर्मा की अगुवाई में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस मौके पर आशीष शर्मा ने कहा कि डॉक्टर साक्षात भगवान होते हैं, उन्हें मैं प्रणाम करता हूं. उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि देश में अगर किसी से मानवीय भूल हुई हो तो उसे वह माफ कर दें.
वहीं चिकित्सकों ने कहा कि पूरे विश्व के लिए यह एक कठिन समय है. इस बीमारी से हमें जनता को सिर्फ बचाना ही नहीं है. उनका मनोबल भी बढ़ाना है. हम सब साथ मिलकर इससे बाहर आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस सम्मान से हमारा मनोबल और बढ़ा है.
डॉक्टर दीपिका ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हमारे हाथरस में कोई पॉजिटिव केस नहीं है, लेकिन अलीगढ़ और आगरा में पॉजीटिव केस होने की वजह से हमारे लिए भी चिंता का विषय है कि हमारा शहर कहीं इसकी चपेट में न आ जाए. हम ईश्वर से यही दुआ करते हैं कि वह हमें विषम परिस्थितियों से उवारे.