हाथरस : पंचायत चुनावों को लेकर गांव-गांव में अब प्रधान पद को लेकर जनता काम के आधार पर समीक्षा करने शुरु कर दिया है. ईटीवी भारत ने भी ग्राम पंचायतों की पड़ताल की जहां तमाम गांव में अनियमितताएं दिखीं. वहीं कुछ गांव की तस्वीर कुछ अलग भी दिखाई पड़ी. इन गांवों में लोग प्रधान के काम से खुश दिखे. ऐसे प्रधान को लोग चाहते हैं कि वह दोबारा से चुने जाएं.
सबसे पहले हुआ था ओडीएफ, प्रधान हुए थे सम्मानित
जिले की सासनी ब्लॉक का गांव रामपुर. यहां के प्रधान विनोद सिंह ने अपने पांच साल के कार्यकाल में सरकारी योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम किया है. नाली, खड़ंजा, इंटरलॉकिंग समेत गली-मोहल्लों में सफाई भा है. घर-घर शौचालय भी बने हुए हैं. जिसके बाद गांव को सबसे पहले शौचमुक्त घोषित किए जाने पर राज्य सरकार से प्रधान विनोद कुमार को पुरस्कार भी मिला था.
ईटीवी भारत की टीम ने जब गांव रामपुर में ग्रामीणों से बातचीत की तो लाखन सिंह ने बताया कि गांव में रोजाना अच्छी तरह से साफ-सफाई होती है. उन्होंने बताया कि जितना भी काम गांव में हुआ है वह अच्छा हुआ है. प्रधान के काम से वह संतुष्ट हैं. वहीं एक अन्य ग्रामीण निवजी ने बताया कि प्रधान ने खूब काम कराया है.
हम तो पुराने प्रधान को ही सपोर्ट करेंगे
वहीं ग्रामीण रिंकू सिंह ने बताया कि प्रधान विनोद कुमार ने बहुत काम कराया है. हम तो उन्हीं को सपोर्ट करेंगे क्योंकि उन्होंने घर-घर शौचालय बनवाए हैं, खड़ंजा, नाली, बारात घर जैसे सारी सुविधाएं गांव में मुहैया कराई हैं. जबकि इनसे पहले ऐसा किसी ने नहीं कराया था.
महिलाओं ने भी की तारीफ
वहीं गांव की एक महिला सुनीता वर्मा ने बताया कि पूरे गांव में सुबह सफाई होती है, जिसके लिए एक टीम बनी हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रधान ने गांव में घर-घर शौचालय बनवाएं हैं, जिससे महिलाओं को अब खेत पर शौच के लिए नहीं जाना पड़ता है.
सरकारी योजनाओं को जमीन पर उतारा
वहीं प्रधान विनोद कुमार सिंह ने कहा कि अगर मौका मिला तो वह दोबारा से प्रधानी का चुनाव लड़ेंगे. पिछले कार्यकाल में जो काम रह गए हैं, उन्हें भी पूरा कराएंगे. उन्होंने कहा कि पांच साल जनता के हित में काम करवाए हैं इसलिए उन्हें उम्मीद है कि उनको दोबारा जरुर चुना जाएगा.