हाथरस : जिले में सोमवार को डीएम ने आसरा योजना के तहत निर्माणाधीन आवास परियोजना का निरीक्षण किया. इस दौरान निर्माणाधीन आवासों की दीवार के प्लास्टर की गुणवत्ता, सीढ़ियों पर टूटी ईंटों का प्रयोग होने तथा रसोई की स्लैब कास्ट मानक के अनुरूप न होने पर डीएम ने नाराजगी जताई.
निरीक्षण के दौरान मौके पर ही डीएम ने संबंधित संस्था सी एण्ड डीएस को प्लास्टर की कमियों को दूर करने, सीढ़ी में टूटी ईंटों को बदलने तथा रसोई घर की स्लैब को मानक के अनुरूप बनाने के निर्देश दिए. साथ ही डीएम ने परिसर की साफ-सफाई, जल निकासी की व्यवस्था व आवासों का निर्माण 30 दिन में मानक के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिए. वहीं आवासों में अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के साथ ही खाली कराने के निर्देश दिए.
योजना के 12 आवासों का निर्माण कार्य पूरा
डूडा के परियोजना अधिकारी अनुराग गर्ग ने बताया कि अवासों का निर्माण दिनांक 26 मार्च 2015 द्वारा प्राप्त स्वीकृति के तहत किया जा रहा है. योजना की स्वीकृत लागत 313.64 लाख रुपये के धनराशि दो किश्तों में शासन द्वारा मिल चुकी है. उन्होंने बताया कि योजना के तहत 60 रिलोकेशन आवासों का निर्माण स्थल विकास कार्यों सहित किया जाना प्रस्तावित है.
अधिकारी ने बताया कि जी-3 टाइप के 36 आवासों का निर्माण प्रथम किश्त की धनराशि से पूर्ण किया जा चुका है. बाकी 24 आवासों का निर्माण दूसरी किश्त की धनराशि से किया जा रहा है. जिनमें से 12 आवासों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. जबकि 12 आवासों में रंगाई-पुताई का कार्य चल रहा है. अब तक निर्माण कार्य में 290.29 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं.