हाथरस: पिछले कई महीने से वेतन न मिलने और नौकरी से भी हटाए जाने पर एक गो सेवक पानी की टंकी पर चढ़ गया. उसके साथ दो और गो सेवक भी चढ़ गए. सूचना मिलने पर नगर पालिका कर्मचारी व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची. अधिकारियों ने समझा-बुझाकर तीनों को जैसे-तैसे पानी की टंकी से उतारा है. आला अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
नगर में बनी गोशालाओं के लिए नगर पालिका परिषद ने आउट सोर्स पर कर्मचारियों की तैनाती की थी जिनकी उपस्थिति को लेकर समय-समय पर जांच भी हुआ करती थी. कोतवाली हाथरस सदर क्षेत्र के दाऊजी किला परिसर में नगर पालिका द्वारा संचालित गोशाला है जिसमें नगर पालिका के स्तर से आउटसोर्सिंग के माध्यम से जिसमें विशाल पंडित की भी नियुक्ति हुई थी. जब जांच में हुई तो विशाल नाम का कर्मचारी अनुपस्थित पाया गया. इसकी वजह से उसका वेतन रोकते हुए काम से भी हटा दिया गया.
काम से हटाए जाने और कई महीनों का वेतन न मिलने से नाराज विशाल पंडित अपने दो साथी जूती और सचिन दीक्षित के साथ रविवार को घास की मंडी स्थित नगर पालिका परिषद की पानी की टंकी पर चढ़ गया. इन तीनों लोगों के पानी की टंकी पर चढ़ने की जब जानकारी नगर पालिका और जिला प्रशासन को हुई, तो आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. दमकल की गाड़ी भी कर्मचारियों के साथ मौके पर थी. एसडीएम संजय कुमार मौके पर पहुंचे, उन्होंने टंकी पर चढ़े लोगों की बात को सुना और समझा. जिसके बाद तीनों को समझा-बुझाकर नीचे उतरवा लिया.
मौके पर पहुंचे एसडीएम संजय कुमार ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारियों को लेकर बार-बार शिकायत आती है कि वह काम पर मौजूद नहीं है. इसे लेकर कई बार जिलाधिकारी महोदय के स्तर से जांच कराई गई. जिसमें विशाल नाम का कर्मचारी अनुपस्थिति था. जिसके कारण उनका वेतन रोका गया है. अब विशाल ने दोबारा प्रत्यावेदन मांगा गया है. वेरिफिकेशन के आधार पर वेतन दिला दिया जाएगा. गौरतलब है, अपनी मांग मनवाने के लिए हाथरस में लोग पानी की टंकी का सहारा ले रहे हैं. इससे पहले इसी टंकी पर सुनीता सिंह नाम की महिला अपनी बिजली की समस्या को लेकर दो बार इसी टंकी पर चढ़ी थीं. वहीं, आज गौ सेवकों ने भी वही रास्ता अपनाया है.
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