हाथरस: उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'एक जिला एक उत्पाद' के तहत हाथरस जिले में हींग को रखा गया है. हींग के अलावा हाथरस के रेडीमेड गारमेंट और खाद्य पदार्थों को शामिल करने की योजना है. रेडीमेड गारमेंट्स और खाद्य उत्पाद को वैकल्पिक उत्पाद के रूप में शामिल करने के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है.
प्रदेश की महत्वकांक्षी योजना 'एक जिला एक उत्पाद' में हाथरस जिले में हींग को रखा गया है. रेडीमेड गारमेंट्स और खाद्य पदार्थों को वैकल्पिक उत्पाद के रूप में शामिल करने के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है. उम्मीद है कि यह दोनों उत्पाद जल्दी ही 'एक जिला एक उत्पाद' योजना में शामिल कर लिए जाएंगे. इससे यहां के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकेंगे. हींग कारोबार के अलावा अन्य उत्पादों को इसमें शामिल किए जाने को व्यापारी अच्छा बता रहे हैं. रेडीमेड गारमेंट्स के कारोबारियों का कहना है कि गारमेंट्स का हब बनने से सरकारी सुविधा मिलेगी. यदि सरकार इस कारोबार पर ध्यान देगी तो बेरोजगारों को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे.
'युवाओं को मिलेगा रोजगार'
जिला उद्योग केंद्र हाथरस के उपायुक्त दुष्यंत कुमार ने बताया कि जिले में वर्तमान में 'एक जनपद एक उत्पाद' योजना में हींग को रखा गया है. इनके अलावा अन्य उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए रेडीमेड गारमेंट्स और खाद्य उत्पादों को वैकल्पिक उत्पाद के रूप में 'एक जनपद एक उत्पाद' योजना में शामिल करने के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है. उन्होंने उम्मीद जाहिर की है कि जल्द ही यह उत्पाद भी 'एक जिला एक उत्पाद' में शामिल हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि इन उद्योगों को इसमें शामिल होने के बाद युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिल सकेंगे.
'कई कारोबार होंगे शामिल'
हींग कारोबारी प्रतीक अग्रवाल ने अन्य उद्योगों को शामिल किए जाने को अच्छा बताया है. उन्होंने कहा कि हाथरस को लोग बहुत छोटा समझते हैं, लेकिन जब यहां के रेडीमेड गार्मेंट, नमकीन, चूरन आदि व्यापार इस योजना में शामिल हो जाएंगे, तब लोगों की समझ में आ जाएगा कि यहां सिर्फ हींग के साथ ही अन्य कारोबार भी होते हैं.
'रेडीमेड का बनेगा हब'
रेडीमेड के कारोबारी सुरेंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि 'एक जिला एक उत्पाद' में रेडीमेड गारमेंट्स को शामिल किए जाने से इसके व्यपार में तरक्की होगी. यहां रेडीमेड का हब बनेगा तो सरकारी सुविधाएं भी मिलेंगी. यदि कारोबार पर सरकार ध्यान देगी तो बेरोजगारों को रोजगार के अवसर भी अब से अधिक मिलेंगे.