हाथरस: कोविड-19 ने फिर से अपने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं लेकिन इसे लेकर बरतने वाली सावधानी के प्रति आम नागरिक से लेकर सरकारी कर्मचारी, अधिकारी भी लापरवाह बने हुए हैं. इसका ताजा उदाहरण यूपी के हाथरस जिले के हसायन विकास खण्ड में देखने को मिला. ब्लॉक कार्यालय पर प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत चयनित लाभार्थियों के साथ खंड विकास अधिकारी ने कोविड-19 के नियमों की अनदेखी कर बैठक की.
प्रधानमंत्री आवास की बैठक में कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी
हसायन ब्लॉक कार्यालय पर प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत चयनित लाभार्थियों के साथ खंड विकास अधिकारी ज्योति शर्मा ने बैठक की. बैठक के दौरान ब्लॉक कार्यालय में बने हुए मीटिंग कक्ष में कोरोना प्रोटोकॉल का जमकर उल्लंघन हुआ. बैठक में खंड विकास अधिकारी ज्योति शर्मा ने कहा कि वर्तमान में ग्राम पंचायत स्तर पर आवासों का सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है. कोई भी लाभार्थी किसी भी व्यक्ति के बहकावे में आकर बेवजह परेशान न हो. उन्होंने कहा कि सभी लाभार्थी अपने जरूरी कागज़ात ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारियों के पास जमा कर सकते हैं.
मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग भूले
कोरोना के दौरान शासन-प्रशासन के कड़े आदेश के बाद भी ब्लॉक कार्यालय पर मीटिंग हॉल में ही एकजुट होकर सभी ग्रामीण महिला-पुरूषों को बिठा दिया गया. बैठक के दौरान किसी भी अधिकारी व कर्मचारियों को छोड़ किसी भी लाभार्थियों के चेहरे पर मास्क दिखाई नहीं दिया और न ही शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया.
लापरवाही पड़ सकती है भारी
सरकार के साथ-साथ स्वास्थ्य महकमा बार-बार लोगों को सावधान कर रहा है कि इस बीमारी से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें. एक-दूसरे के बीच उचित दूरी बनाए रखें. लेकिन आम नागरिक की तो छोड़िए इन नियमों का सरकारी कार्यालयों में भी पालन नहीं हो रहा है. जब सरकारी अधिकारी ही लापरवाही बरतेंगे तो ऐसे में इस बीमारी पर कैसे काबू पाया जा सकेगा.