हाथरस: हर साल मई और जून के महीने में पड़ने वाली भीषण गर्मी और लू के कारण लोग काफी परेशान रहते हैं. इस दौरान घर में रहने वाले लोग जहां गर्मी से बेहाल रहते हैं तो वहीं कामकाजी लोग झुलसा देने वाली तेज धूप के साथ लू के थपेड़ों से जूझते हैं. इस मौसम में कई तरह की बीमारियां फैलने का भी खतरा बना रहता है. इन बीमारियों से थोड़ी सावधानी बरतकर बचा जा सकता है.
सीएमओ डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि, भीषण गर्मी और लू के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट है. मई और जून महीने में हर साल कई लोग भीषण गर्मी और लू के कारण बीमार हो जाते हैं. ऐसे में हीट वेव को देखते हुए इस साल भी मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था की गई है.
हीट स्ट्रोक के लक्षण
डॉ. बृजेश राठौर बताया कि, हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैप होने से शरीर पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है. शरीर में कमजोरी आना, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द, उबकाई का आना, पसीना आना और कभी-कभी बेहोशी छा जाना इसके मुख्य लक्षण हैं. ऐसे में यदि आपको ऐसे कोई भी लक्षण दिखें तो डॉक्टर से तुरंत की सलाह लें.
ऐसे रखें ख्याल
-बच्चों और पालतूू जानवरों को खड़ी कारों में न छोडे़.
-संभव हो तो पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 4 बजे के बीच घर के बाहर नहीं निकलें.
-गहरे रंग के भारी और तंग कपड़े न पहनें.
-जब बाहर का तापमान अधिक हो तो श्रम साध्य काम न करें.
लू से बचने के लिए करें यह काम
-अधिक से अधिक पानी पीएं
-पसीना सोखने वाले पतले व हल्के रंग के कपड़े पहनें.
-धूप में जाने से बचें. धूप में जाना हो तो चश्मा, छाता और टोपी का प्रयोग करें.
-खुले में काम करते समय सिर, चेहरे, हाथ-पैरों को गीले कपड़े से ढकें और छाते का प्रयोग करें.
-यात्रा करते समय अपने साथ पर्याप्त मात्रा में पीने का स्वच्छ पानी रखें.
-ओआरएस का घोल, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नींबू-पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें.
घरों में यह अपनाएं टिप्स
-घर को ठंडा रखें, दरवाजे व खिड़कियों पर पर्दे लगा कर रखें.
-सुबह-शाम घर के दरवाजे-खिड़कियों को खोलकर रखें, ताकि कमरे में ठंडी हवा आ-जा सके.
-कार्यस्थल पर पीने के ठंडे पानी की व्यवस्था करें.
- नियमित स्नान करें.
-गर्भवती महिलाओं, शिशुओं और बड़ी उम्र के लोगों की विशेष देखभाल करें.