हाथरस: श्री कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार आते ही हाथरस के मेटल व्यापारियों का कारोबार जोर शोर से बढ़ने लगता है आपको बता दें हाथरस में मेटल का कारोबार काफी समय से होता आ रहा है. जन्माष्टमी के त्यौहार से पहले हाथरस के मैटल कारोबारी मेटल से बने लड्डू गोपाल व झूले इत्यादि बनाते हैं इनकी डिमांड देशभर में जन्माष्टमी के समय खूब रहती है देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी मात्रा में यहां से माल भेजा जाता है यहां तक नहीं विदेशों तक भी अब हाथरस के बने हुए लड्डू गोपाल व झूले भेजे जा रहे हैं. लेकिन जीएसटी लगने के कारण अब इस काम में भी मंदी की बयान चल गई है गत वर्षो की अपेक्षा काम में काफी कमी आई है.
- मेटल कारोबारी मेटल से कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की प्रतिमा व झूले इत्यादि बनाते हैं.
- महीनों पहले से काम शुरू किया जाता है.
- जन्माष्टमी के आते ही देश के अलग-अलग जगहों से ऑर्डर आना शुरू हो जाते हैं.
- सबसे ज्यादा डिमांड लड्डू गोपाल व झूलों की मथुरा वृंदावन में रहती है.
- हरियाणा राजस्थान और महाराष्ट्र में भी काफी मात्रा में मेटल के बने लड्डू गोपाल व झूले मंगाए जाते हैं.
- विदेशों तक से भी जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल व झूलों की डिमांड आने लगती है.
- ऑर्डर आने पर यहां से व्यापारियों द्वारा विदेशों तक भी माल भेजा जा रहा है.
हाथरस में काफी पुराने समय से मेटल का कारोबार चलता आ रहा है पीतल तांबा व मेटल मिलाकर श्री कृष्ण की प्रतिमा और झूले बनाए जाते हैं और देश भर में भेजे जाते हैं सबसे ज्यादा डिमांड मथुरा वृंदावन से होती है विदेशों से भी अब डिमांड आने लगी है। लेकिन जीएसटी लगने से पहले की अपेक्षा काम में मंदी आई है पहले डिमांड ज्यादा आती थी लेकिन इस वर्ष डिमांड कुछ कमाई है लेकिन माल भरपूर मात्रा में बनाया गया है और विदेशों तक भेजा जा रहा है लेकिन जीएसटी ने मेडल व्यापार की कमर तोड़ कर रख दिया है।
-रवि कुमार वर्मा, मेटल व्यापारी, हाथरस