हाथरस : सांसद राजेश दिवाकर के गोद लिए आदर्श गांव में चारों ओर गंदगी के अंबार लगा है. सड़कों पर नालियां बह रही हैं और चिकित्सा सुविधा के नाम पर सरकारी अस्पताल बदहाली के आंसू रो रहा है. ग्रामीणों में सांसद के प्रति भारी आक्रोश है. जब इस मामले में हाथरस के मौजूदा सांसद से बात की गई तो वह कुछ भी कहने से बचते नजर आए.
मामला हाथरस के गांव एवरनपुर का है. इस गांव को हाथरस के सांसद राजेश दिवाकर ने गोद लिया था. जब राजेश दिवाकर ने इस गांव को गोद लिया उस समय वह गांव में पहुंचे और गांव की जनता को सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास की 76 योजनाएं ग्रामीणों को बताईं. उन्हीं योजनाओं के दम पर गांव में विकास कराने की बातें की थीं.
लेकिन चुनाव जीतने के बाद सांसद ने एक बार भी गांव को दोबारा मुड़कर नहीं देखा. विकास की बात तो दूर सांसद ने गांव में योजना के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगवाई. सांसद ने गांव में एक पानी की टंकी तो बनवाई लेकिन उस टंकी से लोगों को सुविधा की जगह असुविधा हो रही है.
ग्रामीणों की मानें तो सांसद ने गांव के बाहर एक टंकी बनवाई और गांव में पाइप लाइन बिछाने के बहाने गांव के सभी रास्ते खुदवा दिए. पाइप लाइन तो बिछा दी गई, लेकिन कर्मचारी आधा-अधूरा काम छोड़कर चले गए. गांव की सड़कों में गड्ढे हो गए हैं, जिनमें पानी भर जाता है और लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता है.