हरदोई: एक शिक्षक का आरोप है कि भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाने पर खंड शिक्षा अधिकारी ने उसे मीटिंग के दौरान अपमानित किया और गालियां दीं. इसकी शिकायत उसने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से की और अपना इस्तीफा भी भेज दिया. हालांकि उसका इस्तीफा विभाग ने मंजूर नहीं किया, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. शिक्षक की मांग है कि खंड शिक्षा अधिकारी को हटाया जाए और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए. शिक्षक का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार और दुष्कर्म जैसे कई मामले विभिन्न जिलों में विचाराधीन हैं.
जिले में प्रेस वार्ता के दौरान विकासखंड हरपालपुर के प्राथमिक विद्यालय घटवासा में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात नीरज दुबे ने विकासखंड हरपालपुर के खंड शिक्षा अधिकारी सोमनाथ विश्वकर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. प्रधानाचार्य नीरज दुबे का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी सोमनाथ विश्वकर्मा ने बीआरसी कार्यालय में एक बैठक की थी. सोमनाथ विश्वकर्मा कई बार धन की मांग कर चुके थे, जिसे उन्होंने मना कर दिया. इसी वजह से बैठक में जब उन्होंने अपनी बात रखी तो सोमनाथ विश्वकर्मा ने उन्हें अपमानित किया.
मौके पर मौजूद कई शिक्षकों ने इसका विरोध किया. आत्मग्लानि के चलते उन्होंने अपना इस्तीफा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव को भेज दिया और पूरे मामले की लिखित शिकायत की. शिक्षक का कहना है कि शिकायत के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके पश्चात मैंने लखनऊ में निदेशक और शिक्षा मंत्री से इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. शिक्षक संघ और शिक्षक की मांग है कि किसी ईमानदार अधिकारी से पूरे मामले की जांच कराई जाए. शिक्षक का आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं, इन पर कई जिलों में भ्रष्टाचार अभिलेखों में हेर-फेर करने और दुष्कर्म जैसे संगीन मामले विचाराधीन हैं.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि शिक्षक के आरोप निराधार हैं. शिक्षक की शिकायत के इस मामले में दो खंड शिक्षा अधिकारियों के नेतृत्व में जांच टीमों का गठन कर दिया गया है और शिक्षक के आरोपों की जांच कराई जा रही है. जांच टीम को जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है, ताकि इस मामले में उचित कार्रवाई की जा सके.