हरदोई: आवारा जानवरों से हरदोई के लोग परेशान हैं. हालांकि इन जानवरों को सड़कों से हटा कर आश्रय देने के लिए अस्थाई और स्थायी 72 गोशालाओं का निर्माण जिले में कराया गया था, लेकिन ये पशु आश्रय स्थल महज कागजों पर ही संचालित होते प्रतीत हो रहे हैं.
ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में यह जानवर भारी संख्या में देखे जा सकते हैं. इतना ही नहीं अब ये जानवर सरकारी दफ्तरों को भी अपना गढ़ बना रहे हैं. जिला मुख्यालय पर मौजूद कलेक्ट्रेट, कचहरी, दीवानी गेट व उपभोक्ता फोरम के कार्यालयों पर जानवर झुंड बनाए बैठे रहते हैं और गंदगी करते हैं. इतना ही नहीं यहां आने वाले फरियादियों के लिए भी यह सांड़ और गाय खतरा बन हुए हैं.
वकीलों के चैंबर में आवारा पशु
कचहरी में जब अधिवक्ताओं से बात की गई तो उन्होंने कई समस्याएं बताईं. प्रशासन से इस समस्या से निजात दिलाए जाने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि कचहरी में यह आवारा जानवर अब वकीलों के चैंबर तक में बैठने लगे हैं, जिससे उनके क्लाइंट भी यहां आने से डरते हैं. जिला मुख्यालय पर घूम रहे अधिकांश जानवर टैग किए हुए हैं, जिससे ये प्रमाणित होता है कि यह गोशालाओं से आए हैं. ऐसे में गोशालाओं में जाने के बाद यह जानवर बाहर कैसे आते हैं, या तो इन्हें छोड़ दिया जाता है या ये वहां से भाग आते हैं, ये एक बड़ा सवाल जरूर बना हुआ है.
जल्द मिलेगी समस्या से निजात
एडीएम संजय सिंह ने इस मामले पर कहा कि लगातार जानवरों को कैटेल कैचर के माध्यम से पकड़ कर गोशालाओं में भेजा जा रहा है. वहीं जो पालतू हैं उनके स्वामियों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने जानवरों को खुला न छोड़ें. एडीएम ने कहा कि मुख्यालय पर अगर इस प्रकार की कोई समस्या है तो उसका जल्द ही निदान किया जाएगा.