हरदोई: जिले में आज भी हजारों दुष्कर्म और हत्याओं के मामले लंबित पड़े होने से लोगों को न्याय नहीं मिल सका है. जिले के महिला थाने सहित अन्य 24 थानों में आज भी करीब 1700 से अधिक विवेचनाएं लंबित पड़ी हुई हैं. इसके लिए हरदोई पुलिस ने हर थाने में एक अलग विवेचना सेल खोलने की रणनीति तैयार की है. एसपी हरदोई अमित कुमार का कहना है कि इस सेल के खुलने के बाद लंबित विवेचनाओं का निस्तारण आसानी से हो सकेगा. पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के ऊपर काम का दबाव भी नहीं पड़ेगा.
जिले के कुल 25 थानों में करीब 1700 से अधिक विवेचनाएं लंबे समय से लंबित हैं. अलग-अलग कारणों से लंबित पड़ी इन विवेचनाओं में दुष्कर्म और हत्याओं सहित पॉक्सो के मामले भी शामिल हैं. पिछले कुछ समय से पुलिस के ऊपर प्राप्त तहरीर के ऊपर मामला दर्ज न किये जाने जैसे आरोप लगते थे. इन्हीं कारणों से पुलिस को आवेदन के ऊपर मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए थे. बाद में जांच उपरांत अगर मामला फर्जी पाया जाए तो उसे स्पंज करने को कहा गया था. इसी के चलते मामले तो पंजीकृत होते गए, लेकिन उनका निस्तारण समय से नहीं हो पाया. हालांकि उच्चाधिकारियों ने जानकारी दी कि हर तहरीर पर मामला दर्ज होने से एक ही व्यक्ति के ऊपर विवेचनाओं का भार आने से मामले लंबित रह जाते हैं. हालांकि अब एसपी हरदोई ने एक अलग विवेचना सेल बनाए जाने की रणनीति तैयार की है. इसमें एक विवेचना अधिकारी सभी लंबित मामलों की विवेचना कर उनका निस्तारण करेगा.
इन मामलों की विवेचनाएं हैं लंबित
जिले में दुष्कर्म की 27, हत्याओं की 42, गैरइरादतन हत्या की 11, जानलेवा हमलों की 29, दुर्घटनाओं की 263, लूट की 43, डकैती की 7, धोखाधड़ी और ठगी की 182, गैंगस्टर की 58, पशुवध की 5, पॉक्सो की 18 सहित एक हजार से अधिक विवेचनाएं लंबित पड़ी हुई हैं. इसके लिए एसपी हरदोई ने रणनीति तैयार कर 10 साल से पुराने मामलों को प्राथमिक तौर पर निपटाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही महिला अपराधों से संबंधित विवेचनाओं को दूसरे नंबर पर जल्द से जल्द निपटाने की बात कही है.
एसपी अमित कुमार ने कहा कि जिले में मौजूद सभी थानों पर एक विवेचना सेल को गठित किया जाएगा. थाने पर अलग से एक विवेचना अधिकारी की तैनाती की जाएगी. अधिकारी के पास सभी लंबित विवेचनाओं के साथ ही अन्य आ रही विवेचनाओं के निस्तारण का उत्तरदायित्व होगा.