हरदोई: जिले में माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने सरकार पर शिक्षक विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया है. शिक्षक संघ के मुताबिक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा राजनीतिकरण करने जा रही है. जब कोई शिक्षक चुनकर विधान परिषद पहुंचता है तो शिक्षकों की आवाज उठाता है, लेकिन राजनीतिक पार्टी का प्रतिनिधि जब वहां पहुंच जाएगा तो वह सरकार को हिसाब देगा. ऐसे में शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं हो सकेगा. लिहाजा शिक्षक विभिन्न समस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे और अपनी जीत सुनिश्चित कर सरकार को मुंहतोड़ जबाव देंगे.
शिक्षक संघ का राजनीतिकरण कर रही सरकार
जिले में शहर के एक होटल में माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया. संघ ने भाजपा पर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य चुने जाने को लेकर राजनीतिकरण का आरोप लगाया. शिक्षक संघ के मुताबिक बीजेपी शिक्षक संघ का राजनीतिकरण कर रही है, जो कि बिल्कुल गलत है.
शिक्षकों की समस्याओं से नहीं होगा निराकरण
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी तो राजनीतिक दल का प्रत्याशी विधान परिषद पहुंचेगा तो उसे शिक्षकों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं होगा. वह शिक्षकों की समस्याएं सुनने की बजाए सरकार की ही बात सुनेगा.
मांगों को लेकर आंदोलन करेंगे
शिक्षकों का कहना है कि वह सरकार के इस कदम का विरोध करेंगे. साथ ही पुरानी पेंशन बहाली अनुदेशकों को नियमित करने सहित तमाम समस्याओं को लेकर आंदोलन करेंगे. उनका कहना है कि हम शिक्षकों को जागरूक करेंगे और विधान परिषद चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार को हराकर सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
शिक्षक विरोधी नीतियों पर चल रही है सरकार
इस बारे में माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र ने बताया कि सरकार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुने जाने वाले विधान परिषद सदस्य का राजनीतिकरण करने जा रही है. इसके तहत अब भाजपा भी चुनाव लड़ाएगी जो सरासर गलत है. ऐसे में विधान परिषद में राजनीतिक दलों के लोग पहुंचेंगे तो शिक्षकों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देगा. हम सरकार के खिलाफ लामबंद हैं. सरकार शिक्षक विरोधी नीतियों पर चल रही है. हम सरकार के खिलाफ पुरानी पेंशन बहाली, शिक्षकों को नियमित करने और अनुदेशकों को पूर्णकालिक करने के लिए आंदोलन करेंगे.
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