हरदोई: जिले में आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में सपाइयों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने पहुंचे सपाइयों ने जिला प्रशासन के पर मनमानी करने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकर्ताओं ने कहा कि अगर व्यापारी शासन के निर्देशों पर शनिवार व रविवार को दुकानें बंद रखने के बाद एक अन्य दिन भी बंदी की मार झेलेगा तो उसको आर्थिक संकट से जूझना पड़ जाएगा. ऐसे में सपाइयों ने व्यापारियों की तरफ ध्यान देने व जिला प्रशासन की ओर से जारी की गई साप्ताहिक बंदी को रद्द करने की मांग की.
दरअसल, जिले में सप्ताह के एक दिन बंदी कर कोरोना से बचाव की रणनीति तैयार की गई थी. इस क्रम में जिला प्रशासन ने जिले की पांच तहसीलों में सप्ताह के अलग-अलग दिनों में बंद करने के निर्देश जारी किए थे. जिसके बाद अब शासन स्तर से अन्य दो दिनों यानी कि शनिवार और रविवार को सम्पूर्ण लॉकडाउन प्रदेश भर के घोषित कर दिया गया है. इस पर शहर में व अन्य तहसीलों में साप्ताहिक बंदी को भी यथावत बरकरार रहने के आदेश जिलाधिकारी ने दे दिए थे.
सपाइयों ने किया विरोध
जिसके बाद इस फैसले के विरोध में आज मंगलवार को सपाइयों ने जिला मुख्यालय पर एकत्रित होकर इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि व्यापारियों की स्थिति कोरोना महामारी में हुए लॉकडाउन से वैसे ही डगमगाई हुई है, ऐसे में जिले में तीन दिन की बंदी से व्यापारी के ऊपर आर्थिक संकट आ जाएगा. इसलिए जिले में की जाने वाली साप्ताहिक बंदी को बंद कर सिर्फ शासन की ओर से जारी की गई बंदी को लागू किया जाए.
सपाईयों ने दी चेतावनी
सपा के यूथ ब्रिगेड जिला सचिव नीरज अवस्थी ने कहा कि शासन से दो दिन की बंदी के निर्देश प्राप्त होने के बाद भी जिलाधिकारी की ओर से जिलास्तरीय साप्ताहिक बंदी का फैसला सरासर गलत है. इसकी सीधी मार व्यापारी व आम जन के ऊपर पड़ेगी. प्रदर्शनकर्ताओं ने कहा कि अभी तक साप्ताहिक बंदी होने से एक दिन दुकान व बाजार बंद रहती थी, तो अब यूपी सरकार ने दो दिनों का सम्पूर्ण लॉकडाउन भी घोषित कर दिया है. ऐसे में अगर पूर्व से चल रही साप्ताहिक बंदी को समाप्त नहीं किया गया तो हफ्ते में तीन दिन दुकाने बंद होने से व्यापारी परेशान हो जाएंगे.
कहा कि अगर इस जिला स्तरीय साप्ताहिक बंदी जिसे जिलाधिकारी ने शुरू कराया था उसे समाप्त नहीं किया गया तो सपाई व व्यापारी आंदोलन कर अपनी मांग को पूरा करवाने को मजबूर होंगे.
हरदोई: साप्ताहिक बंदी के विरोध में उतरे सपा कार्यकर्ता, जमकर किया प्रदर्शन
हरदोई जिले में आज मंगलवार को जिला प्रशासन की ओर से जारी किए साप्ताहिक बंदी को यथावत रखने के फैसले का सपाइयों ने जमकर विरोध किया. सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि शासन से दो दिन की बंदी के निर्देश प्राप्त होने के बाद भी जिलाधिकारी की ओर से जिलास्तरीय साप्ताहिक बंदी किया जाना सरासर गलत है.
हरदोई: जिले में आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में सपाइयों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने पहुंचे सपाइयों ने जिला प्रशासन के पर मनमानी करने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकर्ताओं ने कहा कि अगर व्यापारी शासन के निर्देशों पर शनिवार व रविवार को दुकानें बंद रखने के बाद एक अन्य दिन भी बंदी की मार झेलेगा तो उसको आर्थिक संकट से जूझना पड़ जाएगा. ऐसे में सपाइयों ने व्यापारियों की तरफ ध्यान देने व जिला प्रशासन की ओर से जारी की गई साप्ताहिक बंदी को रद्द करने की मांग की.
दरअसल, जिले में सप्ताह के एक दिन बंदी कर कोरोना से बचाव की रणनीति तैयार की गई थी. इस क्रम में जिला प्रशासन ने जिले की पांच तहसीलों में सप्ताह के अलग-अलग दिनों में बंद करने के निर्देश जारी किए थे. जिसके बाद अब शासन स्तर से अन्य दो दिनों यानी कि शनिवार और रविवार को सम्पूर्ण लॉकडाउन प्रदेश भर के घोषित कर दिया गया है. इस पर शहर में व अन्य तहसीलों में साप्ताहिक बंदी को भी यथावत बरकरार रहने के आदेश जिलाधिकारी ने दे दिए थे.
सपाइयों ने किया विरोध
जिसके बाद इस फैसले के विरोध में आज मंगलवार को सपाइयों ने जिला मुख्यालय पर एकत्रित होकर इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि व्यापारियों की स्थिति कोरोना महामारी में हुए लॉकडाउन से वैसे ही डगमगाई हुई है, ऐसे में जिले में तीन दिन की बंदी से व्यापारी के ऊपर आर्थिक संकट आ जाएगा. इसलिए जिले में की जाने वाली साप्ताहिक बंदी को बंद कर सिर्फ शासन की ओर से जारी की गई बंदी को लागू किया जाए.
सपाईयों ने दी चेतावनी
सपा के यूथ ब्रिगेड जिला सचिव नीरज अवस्थी ने कहा कि शासन से दो दिन की बंदी के निर्देश प्राप्त होने के बाद भी जिलाधिकारी की ओर से जिलास्तरीय साप्ताहिक बंदी का फैसला सरासर गलत है. इसकी सीधी मार व्यापारी व आम जन के ऊपर पड़ेगी. प्रदर्शनकर्ताओं ने कहा कि अभी तक साप्ताहिक बंदी होने से एक दिन दुकान व बाजार बंद रहती थी, तो अब यूपी सरकार ने दो दिनों का सम्पूर्ण लॉकडाउन भी घोषित कर दिया है. ऐसे में अगर पूर्व से चल रही साप्ताहिक बंदी को समाप्त नहीं किया गया तो हफ्ते में तीन दिन दुकाने बंद होने से व्यापारी परेशान हो जाएंगे.
कहा कि अगर इस जिला स्तरीय साप्ताहिक बंदी जिसे जिलाधिकारी ने शुरू कराया था उसे समाप्त नहीं किया गया तो सपाई व व्यापारी आंदोलन कर अपनी मांग को पूरा करवाने को मजबूर होंगे.