हरदोई: जिले में पूर्ति विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. तहसील संडीला के पूर्ति विभाग के दफ्तर में सैकड़ों की संख्या में राशन कार्ड धूल फांक रहे हैं. ऐसे में गरीब परिवारों को कैसे राशन मिले इस पर भी संशय बना हुआ है. हालांकि संबंधित अधिकारियों ने इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब किया है कि आखिर निर्देशों के बाद भी राशन कार्ड आवंटन में लापरवाही क्यों बरती गई.
इसके लिए एक सप्ताह में जवाब प्रेषित करने के लिए कहा गया है. इस मामले में प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पूर्ति विभाग की लापरवाही
कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के बाद लगभग सभी काम काज ठप पड़े हैं. लोगों के सामने गुजर बसर का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में कोई भूखा न सोये इसके लिए सरकार राशन वितरण और समाजसेवी खाने के पैकेट लोगों को बांट रहे हैं, लेकिन पूर्ति विभाग की लापरवाही सैकड़ों कार्ड धारकों पर भारी पड़ रही है.
लोगों तक नहीं पहुंचे राशन कार्ड
जिले के सण्डीला पूर्ति ऑफिस की लापरवाही सामने आई हैं, जहां सैकड़ों की संख्या में उपभोक्ताओं के राशन कार्ड पिछले कई महीनों से दफ्तर के गत्तों में भरे पड़े हैं. इनको अब तक उपभोक्ताओं तक पहुंचाया नहीं गया. कई ब्लाकों के सैकड़ों राशन पूर्ति विभाग के अफसरों की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं.
इस प्रकरण पर जिला पूर्ति अधिकारी संजय कुमार पाण्डेय ने क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी, क्षेत्र-3 सुशीला गौड़, पूर्ति निरीक्षक ब्लाक सण्डीला, बेहन्दर, कोथावां, नगर क्षेत्र सण्डीला अमित चैधरी और पूर्ति निरीक्षक तहसील सण्डीला मनोज कुमार से जवाब तलब किया है. बताया जा रहा है कि विकासखंड सण्डीला की ग्राम सभा तिलोईया कलां, सांक, टिकरा दउउतपुर, जामू, मीतों, सण्डीला नगर,सहित कई ग्राम को लोगों के राशन कार्ड हैं. इस मामले में प्रशासनिक अफसरों ने कार्रवाई की बात कही है.
तहसील संडीला क्षेत्र में पूर्ति विभाग कार्यालय में राशन कार्ड रखे हुए हैं, जिन्हें कार्ड धारकों को आवंटित किया जाना था. इनका आवंटन नहीं किया गया है. इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही राशन कार्डों को वितरित कराने के निर्देश दिए गए हैं. इस मामले में जांच कराकर जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-जंग बहादुर, सिटी मजिस्ट्रेट