हरदोई : जिले में तमाम ऐतिहासिक और पौराणिक धरोहरें मौजूद हैं. इन सब में सबसे अहम प्रहलाद कुंड माना जाता है, क्योंकि यह कुंड प्रहलाद और होलिका से ताल्लुक रखता है. इतना ही नहीं हिरण्यकश्यप का वध नरसिंह भगवान ने यहीं पर किया था. विगत कई वर्षों से प्रहलाद कुंड अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. वहीं जिलाधिकारी पुलकित खरे ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तित करने का दावा पेश किया है.
- जिले में मौजूद प्रहलाद कुंड माता सती के शक्ति पीठ श्रवण देवी माता मंदिर के परिसर में मौजूद है.
- यहां माता सती का कर्ण भाग गिरा था. इस कुंड में ही हिरण्यकश्यप की बहन होलिका ने विष्णु भक्त प्रहलाद को मारने की कोशिश की थी, लेकिन वह खुद ही जल गईं थीं.
- हिरण्यकश्यप का वध भी नरसिंह भगवान द्वारा यहीं किया गया था.
- ऐतिहासिक प्रहलाद कुंड विगत लंबे समय से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.
- आज तक इस कुंड की तरफ किसी भी राजनीतिक दल ने ध्यान नहीं दिया और न ही जिला प्रशासन.
- वहीं वर्तमान जिलाधिकारी पुलकित खरे ने इस कुंड को पर्यटन स्थल बनाए जाने का दावा पेश किया है.
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने दी जानकारी
- जिले में कार्यभार संभालते ही सबसे पहले हरदोई की पहचान माने जाने वाले इस कुंड का निरीक्षण किया. इसकी बदहाल स्थिति देख निराशा हुई.
- उन्होंने कहा कि कई महीनों से इसके जीर्णोद्धार कराने के प्रयास में लगे हुए हैं.
- कुछ दिनों पहले से यहां पर कार्य कराए जाने की रफ्तार बढ़ा दी गई है.
- कहा कि आने वाले एक माह में इस कुंड को एक पर्यटन स्थल के रूप में बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
- उन्होंने बताया कि इस कुंड के चारों तरफ चारदीवारी और लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही साफ पानी भरवाकर कुंड को वास्तविक रूप भी दिया जाएगा.
- इसी के साथ यहां पर योग केंद्र और औषधि वाटिका भी खोली जाएगी, जिससे अधिक संख्या में लोग यहां पर आए.