ETV Bharat / state

हरदोई में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, 13 स्कूलों पर 8 शिक्षक कार्यरत

उत्तर प्रदेश के हरदोई में शिक्षा व्यवस्था बदहाल देखने को मिली है. संडीला विकासखंड के नगरीय क्षेत्र में इससे 13 सरकारी विद्यालयों में 1528 बच्चे हैं. इन 13 स्कूलों के लिए सिर्फ 8 शिक्षक ही कार्यरत हैं सिर्फ 8 शिक्षक ही कार्यरत हैं, जिनमें से एक शिक्षक निलंबित है.

हरदोई में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली.
author img

By

Published : Aug 12, 2019, 11:41 PM IST

हरदोई: जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है, ताकि देश के भविष्य नौनिहालों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके, लेकिन जिले में सर्व शिक्षा अभियान फेल साबित करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.

जिले में फेल साबित हुआ सर्व शिक्षा अभियान-
संडीला विकासखंड के नगरीय क्षेत्र में इससे 13 सरकारी विद्यालयों में 1528 बच्चे हैं और हैरानी की बात तो ये है कि इतने बच्चों को पढ़ाने के लिए केवल 8 शिक्षक ही तैनात हैं.

हरदोई में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली.

ऐसे में 13 विद्यालयों की पढ़ाई का के लिए सिर्फ 8 शिक्षक ही कार्यरत हैं जिनमें से एक शिक्षक निलंबित है. तो वहीं 13 स्कूलों में से 5 बंद है. ऐसे में जहां एक तरफ बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर रैली निकालकर बच्चों को स्कूल पहुंचाने की अपील करना और उन्हें अच्छी शिक्षा देने का दावा करना महज जुमलेबाजी साबित हो रहा है.

जिले की शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल
लखनऊ से महज 55 किलोमीटर दूर कस्बा संडीला का ये मामला है, जहां सर्व शिक्षा अभियान के कागजी आंकड़े शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. यहां 13 सरकारी स्कूलों में 1528 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए सिर्फ 7 शिक्षक हैं. इसका मतलब ये है कि यहां दो स्कूलों के लिए एक ही शिक्षक है.

इतना ही नहीं, इन 13 स्कूलों में से पांच स्कूल ऐसे हैं जो शिक्षकों के अभाव में बंद चल रहे हैं, जिसमें 4 प्राइमरी और एक जूनियर हाई स्कूल शामिल है. कुछ स्कूल शिक्षा मित्र और अनुदेशकों के सहारे चल रहे हैं, तो कुछ में सिर्फ एमडीएम के लिए बच्चे पहुंच रहे हैं.

हरदोई: जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है, ताकि देश के भविष्य नौनिहालों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके, लेकिन जिले में सर्व शिक्षा अभियान फेल साबित करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.

जिले में फेल साबित हुआ सर्व शिक्षा अभियान-
संडीला विकासखंड के नगरीय क्षेत्र में इससे 13 सरकारी विद्यालयों में 1528 बच्चे हैं और हैरानी की बात तो ये है कि इतने बच्चों को पढ़ाने के लिए केवल 8 शिक्षक ही तैनात हैं.

हरदोई में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली.

ऐसे में 13 विद्यालयों की पढ़ाई का के लिए सिर्फ 8 शिक्षक ही कार्यरत हैं जिनमें से एक शिक्षक निलंबित है. तो वहीं 13 स्कूलों में से 5 बंद है. ऐसे में जहां एक तरफ बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर रैली निकालकर बच्चों को स्कूल पहुंचाने की अपील करना और उन्हें अच्छी शिक्षा देने का दावा करना महज जुमलेबाजी साबित हो रहा है.

जिले की शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल
लखनऊ से महज 55 किलोमीटर दूर कस्बा संडीला का ये मामला है, जहां सर्व शिक्षा अभियान के कागजी आंकड़े शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. यहां 13 सरकारी स्कूलों में 1528 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए सिर्फ 7 शिक्षक हैं. इसका मतलब ये है कि यहां दो स्कूलों के लिए एक ही शिक्षक है.

इतना ही नहीं, इन 13 स्कूलों में से पांच स्कूल ऐसे हैं जो शिक्षकों के अभाव में बंद चल रहे हैं, जिसमें 4 प्राइमरी और एक जूनियर हाई स्कूल शामिल है. कुछ स्कूल शिक्षा मित्र और अनुदेशकों के सहारे चल रहे हैं, तो कुछ में सिर्फ एमडीएम के लिए बच्चे पहुंच रहे हैं.

Intro:एंकर--सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है ताकि देश के भविष्य नौनिहालों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके लेकिन हरदोई में सर्व शिक्षा अभियान को मुंह चिढ़ाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं यहां संडीला विकासखंड के नगरीय क्षेत्र में इससे 13 सरकारी विद्यालयों में 1528 बच्चे हैं और उन्हें पढ़ाने के लिए केवल 8 शिक्षक ही तैनात हैं ऐसे में 13 विद्यालयों की पढ़ाई का जिम्मा 7 शिक्षकों पर ही है तो वही 5 विद्यालय ऐसे हैं जो शिक्षक विहीन है आलम लिया है कि उन विद्यालयों में ताला लगा हुआ ऐसे में जहां बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है तो वही रैली निकालकर बच्चों को स्कूल पहुंचाने की अपील करना और उन्हें अच्छी शिक्षा देने का दावा करना महज जुमलेबाजी साबित हो रहा है।Body:Vo-- हरदोई जिले की शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल हक़ीक़त और सर्व शिक्षा अभियान के काग़ज़ी आंकड़ेबाजी की यह तस्वीरें विकासखंड हुआ कस्बा संडीला की है जो राजधानी लखनऊ से महज 55 किलोमीटर दूर है। संडीला नगर क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था देख आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी। यहां 13 सरकारी स्कूलों में 1528 बच्चे पंजीकृत हैं लेकिन इनको पढ़ाने के लिए सिर्फ 7 शिक्षक हैं। मतलब यहां दो स्कूलों में एक शिक्षक के अनुपात से पढ़ाई हो रही है। इनमें पांच स्कूल ऐसे हैं जो शिक्षकों के अभाव में बंद चल रहे हैं। जिसमें 4 प्राइमरी और 1 जूनियर हाईस्कूल शामिल है। कुछ स्कूल शिक्षा मित्र और अनुदेशकों के सहारे चल रहे हैं तो कुछ में सिर्फ एमडीएम के लिए बच्चे पहुंच रहे हैं। लेकिन इन बच्चों का भविष्य क्या होगा यह तो भगवान ही जाने। हैरत में डालने वाली यह हक़ीक़त सण्डीला शहर की है। जहां अफसर आये दिन सर्व शिक्षा अभियान का ढिंढोरा पीटती रैलियों को हरी झण्डियां दिखाते हैं। बच्चों के भविष्य से हो रहे शर्मनाक खिलवाड़ से विभाग, अफसर, जनप्रतिनिधि और सरकार सब आंखें मूंदें हुए हैं।Conclusion:Voc-- प्रशासनिक उदासीनता और नियमों की तिकड़म बाजी सर्व शिक्षा अभियान को मुंह चिढ़ा रही है तो वही शिक्षा ग्रहण करने आने वाले नौनिहालों का भविष्य अंधकार में है ऐसे में विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती कर उनके भविष्य के लिए प्रशासनिक अफसर कोई रास्ता निकालेंगे या फिर इसी तरह सिर्फ शिक्षा देने की लकीर पीटी जाती रहेगी यह आने वाला समय ही बताएगा।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.