हरदोई: जिले में सर्व शिक्षा अभियान के तहत करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाया जा रहा है, ताकि देश के भविष्य नौनिहालों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जा सके, लेकिन जिले में सर्व शिक्षा अभियान फेल साबित करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.
जिले में फेल साबित हुआ सर्व शिक्षा अभियान-
संडीला विकासखंड के नगरीय क्षेत्र में इससे 13 सरकारी विद्यालयों में 1528 बच्चे हैं और हैरानी की बात तो ये है कि इतने बच्चों को पढ़ाने के लिए केवल 8 शिक्षक ही तैनात हैं.
ऐसे में 13 विद्यालयों की पढ़ाई का के लिए सिर्फ 8 शिक्षक ही कार्यरत हैं जिनमें से एक शिक्षक निलंबित है. तो वहीं 13 स्कूलों में से 5 बंद है. ऐसे में जहां एक तरफ बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर रैली निकालकर बच्चों को स्कूल पहुंचाने की अपील करना और उन्हें अच्छी शिक्षा देने का दावा करना महज जुमलेबाजी साबित हो रहा है.
जिले की शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल
लखनऊ से महज 55 किलोमीटर दूर कस्बा संडीला का ये मामला है, जहां सर्व शिक्षा अभियान के कागजी आंकड़े शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं. यहां 13 सरकारी स्कूलों में 1528 बच्चे पंजीकृत हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए सिर्फ 7 शिक्षक हैं. इसका मतलब ये है कि यहां दो स्कूलों के लिए एक ही शिक्षक है.
इतना ही नहीं, इन 13 स्कूलों में से पांच स्कूल ऐसे हैं जो शिक्षकों के अभाव में बंद चल रहे हैं, जिसमें 4 प्राइमरी और एक जूनियर हाई स्कूल शामिल है. कुछ स्कूल शिक्षा मित्र और अनुदेशकों के सहारे चल रहे हैं, तो कुछ में सिर्फ एमडीएम के लिए बच्चे पहुंच रहे हैं.