हरदोई: कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन के बाद दिल्ली और गाजियाबाद में नौकरी पेशा और दिहाड़ी मजदूर फंसे हुए थे. इनको निकालने के लिए हरदोई जिले और आसपास के जिलों से रोडवेज बस भिजवाई गई थी, जिसके बाद शनिवार देर रात कई जिलों से लोग प्राइवेट बसों से हरदोई पहुंचे.
हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों की स्वास्थ्य महकमे ने थर्मल स्क्रीनिंग की, जिसके बाद लोगों को 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन रहने की सलाह दी गई. साथ ही सभी से हालत बिगड़ने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करने की अपील की गई. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने सभी के नाम और पते नोट किए, साथ ही उन्हें निजी वाहनों से उनके गंतव्य स्थान के लिए भिजवाया.
उत्तर प्रदेश के कई जिलों और प्रदेशों के लोग काम न मिलने की वजह से और वाहनों के आवागमन के बंद होने के चलते फंसे हुए थे, जो अपने घरों तक वापस नहीं लौट पा रहे थे. ऐसे में शासन के निर्देश के बाद हरदोई जिले सहित अन्य जनपदों से भी नोएडा और गाजियाबाद में फंसे हुए लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए बसों का संचालन किया गया. इसके बाद हरदोई जिले के आसपास के जिलों से प्राइवेट वाहनों से हरदोई पहुंचे हजारों की संख्या में लोगों की स्वास्थ्य महकमे ने थर्मल स्क्रीनिंग की और उन्हें 14 दिनों तक क्वॉरंटाइन रहने की सलाह दी.
जनपद फर्रुखाबाद और आसपास के जनपदों से प्राइवेट वाहनों से लोग हरदोई पहुंचे हैं. करीब 1200 लोग यहां आए हैं. स्वास्थ्य महकमे के द्वारा उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई है. साथ ही उनके नाम और पते नोट किए गए हैं और उन्हें प्राइवेट वाहनों से उनके गंतव्य स्थान तक भिजवाया गया है. इन लोगों को स्वास्थ्य महकमे ने 14 दिनों तक होम क्वॉरंटाइन रहने की सलाह दी है.
-पूर्वी, अपर पुलिस अधीक्षक