हरदोई : पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री ओमप्रकाश राजभर और बीजेपी के रिश्तों के बीच तल्खी अभी थमी नहीं है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में होने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने अपनी मांगों का प्रपोजल दिया है. इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने विंग कमांडर अभिनंदन को परमवीर चक्र दिए जाने की सरकार से मांग भी की है.
वैवाहिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर से लोकसभा चुनाव में बीजेपी का साथ देने के सवाल पर कहा कि सवाल पिछड़ी जाति के 27 प्रतिशत आरक्षण के बंटवारे का है. विभाजन कमेटी की जो रिपोर्ट आई है, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी से उनका कोई व्यक्तिगत झगड़ा नहीं है.
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर से जब अभिनंदन की वीरता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो भारतीय सेना का बहुत सम्मान करते हैं. उन्होंने कहा कि अभिनंदन के पराक्रम, धैर्य और साहस के लिए उन्हें सैल्यूट करता हूं. साथ ही उन्होंने भारत सरकार से यह मांग की कि अभिनंदन को वीरता का पुरस्कार दिया जाए. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार को कमांडर अभिनंदन को परमवीर चक्र देना चाहिए.
कानपुर में प्रधानमंत्री के विपक्ष दलों पर हमला करते हुए दिए गए बयान पर कहा कि विपक्ष का जो काम होना चाहिए, वह विपक्ष का काम हो नहीं रहा है, सब अपना-अपना काम करें. सेना अपना काम करे, नेता अपना नेतागिरी करें. राजनीति में सेना को नहीं घसीटना चाहिए. सेना ने जो साहस दिखाया है वह सेना का काम है.
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सपा-बसपा गठबंधन को लेकर कहा कि 2014 में केंद्र की भाजपा सरकार के साथ 38 दल शामिल थे. यूपीए की सरकार भी गठबंधन से बनी. अब यह लोग भी गठबंधन करके सरकार बनाने की कवायद में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में बड़े लंबे समय के बाद सपा-बसपा साथ आई है, तो एक ताकत तो बनी ही है.