हरदोई: जिले में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग ने रिकवरी की कार्रवाई शुरू कर दी है. बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद पर विभिन्न भर्तियों में बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर 94 शिक्षकों ने नौकरी हासिल की थी. इनमें से अधिकतर शिक्षकों ने विभाग से वेतन भी आहरित कर लिया था. लिहाजा जांच में दोषी पाए जाने वाले इन सभी शिक्षकों की बर्खास्तगी के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था.
बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने इन सभी शिक्षकों के खिलाफ आठ करोड़ 61 लाख सात हजार 574 रुपये की वेतन रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया है. रिकवरी न होने की दशा में फर्जी शिक्षकों के खिलाफ आरसी भी जारी की जाएगी. जिले में आगरा विश्वविद्यालय की बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर विभिन्न भर्तियों में शिक्षकों ने नौकरी हासिल की थी. सत्यापन के दौरान फर्जीवाड़े के प्रकाश में आने के बाद कुछ को बेसिक शिक्षा विभाग ने जांच में फर्जी पाया था. वहीं कुछ शिक्षक ऐसे भी थे, जो एसआईटी की जांच में दोषी पाए गए. इन्होंने फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी हासिल की थी. यही नहीं इन सभी शिक्षकों की जनपद के अलग-अलग विकासखंड के विद्यालयों में तैनाती थी. साथ ही तैनाती के बाद विभाग से वेतन भी आहरित कर लिया था. जांच उपरांत बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था. सभी 94 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. ऐसे में मुकदमे की कार्रवाई के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग ने इन सभी को नोटिस जारी कर रिकवरी के लिए कहा है. ऐसे में यदि रिकवरी नहीं होती है तो बेसिक शिक्षा विभाग इनके खिलाफ आरसी भी जारी करेगा.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि जनपद में विभिन्न भर्तियों में 94 शिक्षकों ने फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी हासिल की थी. विभाग से वेतन भी आहरित किया था. फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद अब इन पर 8 करोड़ 61 लाख 7 हजार 574 रुपये की रिकवरी निकली है. यदि रिकवरी नहीं हो पाती है तो इनके खिलाफ आरसी जारी की जाएगी.