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पिता की 100वीं जयंती पर बोले नरेश अग्रवाल, ताश खेलने के बहाने सिखाई राजनीति

हरदोई में सपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मौजूदा भाजपा नेता नरेश अग्रवाल ने अपने पिता की सौवीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया. उन्होंने अपने पुराने समय को याद कर कहा कि उनके पिता सभी भाइयों को ताश खेलने के बहाने बुलाकर राजनीति का पाठ पढ़ाते थे.

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Published : Feb 9, 2019, 5:40 AM IST

भाजपा नेता नरेश अग्रवाल.

हरदोई : सपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मौजूदा भाजपा नेता नरेश अग्रवाल यूं तो अपने विवादित बयानों को को लेकर हमेशा से ही चर्चा में रहते हैं. लेकिन आज अपने पिता की सौवीं जयंती पर पुरानी यादों को याद कर थोड़ा सा भावुक हो गए. उन्होंने अपने पुराने समय को याद कर कहा कि उनके पिता सभी भाइयों को ताश खेलने के बहाने बुलाकर एक साथ बैठाते और राजनीति का पाठ पढ़ाते थे.

भाजपा नेता नरेश अग्रवाल.
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जिले में आज नरेश अग्रवाल ने अपने पिता की सौवीं जयंती पर सुबह उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का आयोजन कराया. इसी के साथ उन्होंने अपने पूर्व की यादों को भी ताजा किया. विचार गोष्ठी में नरेश अग्रवाल के पिता बाबू शिरीष चंद्र अग्रवाल के पुराने जानने वाले व उनके रिश्तेदारों को आज हरदोई आमंत्रित किया गया, जिसके बाद उनकी राजनैतिक प्रतिक्रियाओं आदि पर नरेश अग्रवाल ने प्रकाश डाला.


उन्होंने अपने राजनीतिक कार्यकाल व उपलब्धियों के पीछे अपने पिता का एक अहम योगदान होने की बात कही. उन्होंने कहा कि उनके पिता उन्हें व उनके सभी भाइयों को हर शाम ताश खेलने के बहाने से बुलाकर एक साथ बैठाकर राजनीति का पाठ पढ़ाते थे, जिससे शायद नरेश अग्रवाल के अन्य भाई तो न सीख सके, लेकिन नरेश अग्रवाल ने उनसे कुछ सीख जरूर ली.


नरेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से सीख लेकर ही राजनीति में अपनी रुचि दिखाई व राजनीति में आने के बाद अपने पिता के कहे तरीके से काम किया. अपने पुत्र नितिन को भी उन्होंने इसी राह पर चलने की सलाह दी. वहीं आज देर रात तक चले हास्य कवि सम्मेलन का भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ लोगों ने लुफ्त उठाया.

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हरदोई : सपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और मौजूदा भाजपा नेता नरेश अग्रवाल यूं तो अपने विवादित बयानों को को लेकर हमेशा से ही चर्चा में रहते हैं. लेकिन आज अपने पिता की सौवीं जयंती पर पुरानी यादों को याद कर थोड़ा सा भावुक हो गए. उन्होंने अपने पुराने समय को याद कर कहा कि उनके पिता सभी भाइयों को ताश खेलने के बहाने बुलाकर एक साथ बैठाते और राजनीति का पाठ पढ़ाते थे.

भाजपा नेता नरेश अग्रवाल.
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जिले में आज नरेश अग्रवाल ने अपने पिता की सौवीं जयंती पर सुबह उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का आयोजन कराया. इसी के साथ उन्होंने अपने पूर्व की यादों को भी ताजा किया. विचार गोष्ठी में नरेश अग्रवाल के पिता बाबू शिरीष चंद्र अग्रवाल के पुराने जानने वाले व उनके रिश्तेदारों को आज हरदोई आमंत्रित किया गया, जिसके बाद उनकी राजनैतिक प्रतिक्रियाओं आदि पर नरेश अग्रवाल ने प्रकाश डाला.


उन्होंने अपने राजनीतिक कार्यकाल व उपलब्धियों के पीछे अपने पिता का एक अहम योगदान होने की बात कही. उन्होंने कहा कि उनके पिता उन्हें व उनके सभी भाइयों को हर शाम ताश खेलने के बहाने से बुलाकर एक साथ बैठाकर राजनीति का पाठ पढ़ाते थे, जिससे शायद नरेश अग्रवाल के अन्य भाई तो न सीख सके, लेकिन नरेश अग्रवाल ने उनसे कुछ सीख जरूर ली.


नरेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से सीख लेकर ही राजनीति में अपनी रुचि दिखाई व राजनीति में आने के बाद अपने पिता के कहे तरीके से काम किया. अपने पुत्र नितिन को भी उन्होंने इसी राह पर चलने की सलाह दी. वहीं आज देर रात तक चले हास्य कवि सम्मेलन का भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ लोगों ने लुफ्त उठाया.

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Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर-----सपा के पूर्व राष्ट्रीय महा सचिव व मौजूदा भाजपा नेता नरेश अग्रवाल यूँ तो अपने विवादित बयानों को प्रतिक्रियाओं को लेकर हमेशा से ही चर्चा में रहे हैं।लेकिन आज अपने पिता जी के सौवें जन्म दिवस पर पुरानी यादों को याद कर थोड़ा सा भावुक भी हो गए।उन्होंने अपने पुराने समय को याद कर कहा कि उनके पिता उनके सभी भाइयों को ताश खेलने के बहाने बुला कर एक साथ बैठालते थे और राजनीति का पथ पढ़ाते थे, जिसकी नरेश अग्रवाल ने कई बार तो उपेक्षा की लेकिन बाद में उन्हें समझ आ गया, और आज अपने 40 वर्ष के राजनीतिक कार्यकाल को वे अपने पिता की ही देन मानते हैं।इसी के साथ आज सुबह से रात तक तमाम कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।जिससे कि उनके पिता के द्वारा हरदोई को दी गयी सौगातों व योगदान को जनपद वासी याद कर सकें।


Body:वीओ--1--हरदोई में आज नरेश अग्रवाल ने अपने पिता की सौवीं जयंती पर सुबह उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण से लेकर शाम को विचार गोष्ठी से लेकर हास्य कवि सम्मेलन कार्यक्रमों का आयोजन कराया।उन्होंने कहा कि हास्य कवि सम्मेलन के आयोजन से हरदोई वासियों के चेहरे पर मुस्कान आएगी और वे सभी उनके पिता को याद भी कर सकेंगे।इसी के साथ उन्होंने अपने पूर्व की यादों को भी ताज़ा किया।विचार गोष्ठी में नरेश अग्रवाल के पिता बाबू शिरीष चंद्र अग्रवाल के पुराने जानने वाले व उनके रिश्तेदारों को आज हरदोई आमंत्रित किया गया।जिसके बाद उनकी राजनैतिक प्रतिक्रियाओं आदि पर नरेश अग्रवाल ने प्रकाश डाला।इसी के साथ ही उन्होंने अपने राजनिकित कार्यकाल व उपलब्धियों के पीछे अपने पिता का एक अहम योगदान होने की बात भी कही।कहा कि उनके पिता उन्हें व उनके सभी भाइयों को हर शाम ताश खेलने के बहाने से बुलाकर एक साथ बैठाल कर राजनीति का पाठ पढ़ाते थे।जिसे शायद नरेश अग्रवाल के अन्य भाई तो न सीलन सके, लेकिन नरेश अग्रवाल ने उनसे कुछ सीख जरूर ली।नरेश कहते हैं कि उन्होंने अपने पिता से सीख लेकर ही राजनीति में अपनी रुचि दिखाई व राजनीति में आने के बाद उन्होंने अपने पिता के कहे तरीके से काम भी किया।नरेश ने कहा कि वे पार्लियामेंट में भाषण देने से पहले करीब 4 से 5 घंटे पढ़ाई करते थे।जिसके बाद उन्होंने कहा कि आज 40 वर्ष का राजनीति का कार्यकाल शायद ही हरदोई के किस नेता का होगा, जिसका सारा श्रय उनके पिता को जाता है।अपने पुत्र नितिन को भी उन्होंने इसी राह पर चलने की सलाह दी।वहीं आज देर रात तक चले हास्य कवि सम्मेलन का भी बड़ी ही उत्सुकता के साथ लोगों ने लुफ्त उठाया।

विसुअल
स्पीच बाईट--नरेश अग्रवाल--मौजूद भाजपा नीत
बाईट--नरेश अग्रवाल--भाजपा नेता



Conclusion:
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