हरदोई : हाल ही में सपा में शामिल हुए भाजपा सांसद अंशुल वर्मा ने चुनाव आयोग और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं. साथ ही भाजपा नेता नरेश अग्रवाल पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि संसद में भगवान राम और माता जानकी पर टिप्पणी करने वाले नवागंतुक भाजपा नेता कैसे मोदी के हनुमान बन गए.
समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय में सपा-बसपा नेताओं की संयुक्त प्रेस वार्ता में सपा में शामिल हुए सांसद अंशुल वर्मा के निशाने पर भाजपा नेता नरेश अग्रवाल रहे. अंशुल वर्मा ने कहा कि जनपद में चुनाव आचार संहिता का पालन नहीं हो रहा है. धार्मिक परिसर में राजनीतिक कार्यक्रम का आयोजन न करने व व्यक्तिगत टिप्पणी न करने के स्पष्ट निर्देश हैं, लेकिन इसके बावजूद भी नरेश अग्रवाल को श्रवण देवी मंदिर में जनसभा करने की अनुमति कैसे मिल गई.
चुनाव आयोग और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए अंशुल वर्मा ने कहा कि वह दोनों के खिलाफ साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं और इन साक्ष्यों के आधार पर वह हाईकोर्ट में परिवाद दायर करेंगे.अंशुल वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेता ने विगत 1 अप्रैल को धार्मिक स्थल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में गठबंधन को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की. भाजपा नेता ने अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग के लोगों का अपमान किया है. यह अवसरवादी हैं.
उन्होंने कहा कि मैं पूछता हूं कि जो नरेश अग्रवाल संसद में भगवान राम माता जानकी और हनुमान जी को लेकर असंसदीय बयान दे चुके हैं. ऐसे में भाजपा में शामिल होने के बाद वह खुद को मोदी का हनुमान बता रहे हैं. ऐसे में भगवान के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करने वाले नरेश अग्रवाल कैसे मोदी के हनुमान हो गए.