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यूपी बजट सत्र; महंगाई डायन...पर खूब लगे ठहाके, सीएम योगी बोले- सपाई जिसमें खाते, उसमें छेद जरूर करते - UP BUDGET SESSION 2025

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान गेहूं एक कुंतल पैदा करता है तो 1100 रुपये खर्च होता है. जबकि सरकार 2300 रुपये MSP दे रही है.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 21, 2025, 2:16 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र में सपा विधायकों की ओर से उठाए गए महंगाई के मुद्दे पर करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा है कि आप (सपा) पेशे से समाजवादी हैं. आप जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं. इसलिए आपको मालूम नहीं है कि सरकार उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए क्या-क्या कर रही है. नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय के अनुपूरक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का फल है कि साल 2027 तक हम 1 ट्रिलियन इकोनामी हो जाएंगे.

समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ रागिनी सोनकर ने 1 ट्रिलियन इकोनामिक को लेकर सवाल पूछा. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान गेहूं एक कुंतल पैदा करता है तो 1100 रुपये खर्च होता है. जबकि सरकार 2300 रुपये प्रति कुंतल MSP दे रही है. उन्होंने कहा कि विधायक सदन में इस प्रश्न को लेकर आई हैं, उनको तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए. उत्तर प्रदेश ने 1 ट्रिलियन इकनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है और भारत 3 नहीं 5 ट्रिलियन इकनॉमी बनने की ओर अग्रसर हुआ है.

2027 में भारत 5 ट्रिलियन इकनॉमी वाला देश बनेगा: आप की पीड़ा मैं समझ सकता हूं कि आपके नेता कहते हैं, भारत कभी विकसित नहीं बन सकता तो आप उनका अनुसरण करेंगी ही. भारत आज दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. 2027 में भारत 5 ट्रिलियन इकनॉमी वाला देश बनेगा. इसमें कोई संशय नहीं है. हो सकता है कि कुछ लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा होगा, क्योंकि जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वो देश के विकास को नहीं मानेंगे.

भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में एक विस्तृत कार्यक्रम बढ़ाया है, इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में 10 सेक्टर में बांटकर कार्यक्रम चल रहे हैं. इसमे मासिक रूप से सीएम डैशबोर्ड में समीक्षा होती है. साथ ही हर तीन महीने मैं भी इसकी समीक्षा करता हूं. इसी का परिणाम है कि जब हमारी सरकार 2017 में आई थी तब 12 लाख करोड़ की इकनॉमी थी. इस वित्तीय वर्ष के अंत में यह साढ़े 27 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगी.

यूपी का ग्रोथ रेट देश में सर्वाधिक: यह तब हो रहा है कि दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के बाद आर्थिक मंदी के दौर से गुजरी थी. उत्तर प्रदेश का ग्रोथ रेट देश में सर्वाधिक है. हमारे 10 सेक्टर में अवस्थापना औद्योगिक विकास का, MSME, आईटी इलेक्ट्रॉनिक है, दूसरा सेक्टर कृषि सेक्टर है, इसमें कृषि से जुड़े सभी संस्थान हैं. तीसरा सोशल सेक्टर, चौथा नगरीय विकास, 5वां राजस्व कर सेक्टर, शिक्षा सेक्टर,गृह सेक्टर.. चिकित्सा स्वास्थ्य, सेक्टर, सर्विस सेक्टर टूरिज्म को बढ़ाया जा रहा है.

महाकुंभ से यूपी की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ की ग्रोथ: देश ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 10 वर्ष में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से उबारने का काम किया. इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 करोड़ लोगों को गरीबी से उबारा है. अकेले महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ की ग्रोथ करने जा रहा है. महिलाओं को हर सेक्टर में मौका दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों के ओतप्रोत राज्य था, आपकी समाजवादी सरकार ने इसको बीमारू बना दिया था.

महंगाई डायन पर जमकर लगे ठहाके: सपा के डॉ. राकेश वर्मा ने महंगाई के मुद्दे पर कहा, आजकल महिलाएं एक दूसरे से बात करती हैं कि सखी सैंया तो खूब कमात हैं महंगाई डायन खाए जात है... जिस संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उनसे खूब चुटकी ली. उन्होंने कहा कि या तो आप महिलाओं से बात नहीं करते या उनकी सुनते नहीं है.

यूनियनबाजी से मजदूरों का नुकसान: हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान चीनी मिलों में मजदूरों के शोषण पर सवाल को लेकर सदन में शोर शराबा. सपा के पंकज मलिक के सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मजदूरों का लाभ केवल मिलों के चलने में है. यूनियनबाजी से केवल नुक्सान होता है. बंगाल और कानपुर इसका उदाहरण हैं. हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान किया है.

ये भी पढ़ेंः यूपी विधानसभा सत्र; सीएम योगी बोले- गेहूं किसानों को MSP दोगुणे से ज्यादा दे रहे

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट सत्र में सपा विधायकों की ओर से उठाए गए महंगाई के मुद्दे पर करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा है कि आप (सपा) पेशे से समाजवादी हैं. आप जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं. इसलिए आपको मालूम नहीं है कि सरकार उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए क्या-क्या कर रही है. नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय के अनुपूरक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों का फल है कि साल 2027 तक हम 1 ट्रिलियन इकोनामी हो जाएंगे.

समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ रागिनी सोनकर ने 1 ट्रिलियन इकोनामिक को लेकर सवाल पूछा. इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान गेहूं एक कुंतल पैदा करता है तो 1100 रुपये खर्च होता है. जबकि सरकार 2300 रुपये प्रति कुंतल MSP दे रही है. उन्होंने कहा कि विधायक सदन में इस प्रश्न को लेकर आई हैं, उनको तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए. उत्तर प्रदेश ने 1 ट्रिलियन इकनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है और भारत 3 नहीं 5 ट्रिलियन इकनॉमी बनने की ओर अग्रसर हुआ है.

2027 में भारत 5 ट्रिलियन इकनॉमी वाला देश बनेगा: आप की पीड़ा मैं समझ सकता हूं कि आपके नेता कहते हैं, भारत कभी विकसित नहीं बन सकता तो आप उनका अनुसरण करेंगी ही. भारत आज दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. 2027 में भारत 5 ट्रिलियन इकनॉमी वाला देश बनेगा. इसमें कोई संशय नहीं है. हो सकता है कि कुछ लोगों को यह अच्छा नहीं लग रहा होगा, क्योंकि जिनका अपना पर्सनल एजेंडा होता है, वो देश के विकास को नहीं मानेंगे.

भारत ने प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशन में एक विस्तृत कार्यक्रम बढ़ाया है, इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में 10 सेक्टर में बांटकर कार्यक्रम चल रहे हैं. इसमे मासिक रूप से सीएम डैशबोर्ड में समीक्षा होती है. साथ ही हर तीन महीने मैं भी इसकी समीक्षा करता हूं. इसी का परिणाम है कि जब हमारी सरकार 2017 में आई थी तब 12 लाख करोड़ की इकनॉमी थी. इस वित्तीय वर्ष के अंत में यह साढ़े 27 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगी.

यूपी का ग्रोथ रेट देश में सर्वाधिक: यह तब हो रहा है कि दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के बाद आर्थिक मंदी के दौर से गुजरी थी. उत्तर प्रदेश का ग्रोथ रेट देश में सर्वाधिक है. हमारे 10 सेक्टर में अवस्थापना औद्योगिक विकास का, MSME, आईटी इलेक्ट्रॉनिक है, दूसरा सेक्टर कृषि सेक्टर है, इसमें कृषि से जुड़े सभी संस्थान हैं. तीसरा सोशल सेक्टर, चौथा नगरीय विकास, 5वां राजस्व कर सेक्टर, शिक्षा सेक्टर,गृह सेक्टर.. चिकित्सा स्वास्थ्य, सेक्टर, सर्विस सेक्टर टूरिज्म को बढ़ाया जा रहा है.

महाकुंभ से यूपी की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ की ग्रोथ: देश ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 10 वर्ष में 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से उबारने का काम किया. इसी तरह उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 करोड़ लोगों को गरीबी से उबारा है. अकेले महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ की ग्रोथ करने जा रहा है. महिलाओं को हर सेक्टर में मौका दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों के ओतप्रोत राज्य था, आपकी समाजवादी सरकार ने इसको बीमारू बना दिया था.

महंगाई डायन पर जमकर लगे ठहाके: सपा के डॉ. राकेश वर्मा ने महंगाई के मुद्दे पर कहा, आजकल महिलाएं एक दूसरे से बात करती हैं कि सखी सैंया तो खूब कमात हैं महंगाई डायन खाए जात है... जिस संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उनसे खूब चुटकी ली. उन्होंने कहा कि या तो आप महिलाओं से बात नहीं करते या उनकी सुनते नहीं है.

यूनियनबाजी से मजदूरों का नुकसान: हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान चीनी मिलों में मजदूरों के शोषण पर सवाल को लेकर सदन में शोर शराबा. सपा के पंकज मलिक के सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मजदूरों का लाभ केवल मिलों के चलने में है. यूनियनबाजी से केवल नुक्सान होता है. बंगाल और कानपुर इसका उदाहरण हैं. हमारी मांगें पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो इस नारे ने सबसे ज्यादा नुकसान किया है.

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