हरदोई: जनपद में बुधवार को नगर पालिका प्रशासन की ओर से की गई कार्यवाही के दौरान नजूल की जमीन पर बने दलितों के 9 पक्के मकानों को ध्वस्त कर दिया गया. इस दौरान 100 से अधिक लोग बेघर हो गए.
100 से ज्यादा लोग बेघर
कलेक्ट्रेट रोड पर दलित बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले लोग करीब 7 दशक से नजूल की भूमि पर पक्के मकान बनाकर अपने परिवार के साथ रहते थे. लेकिन प्रशासन के आदेश के बाद बुधवार को इनके घरों को बुलडोजर से ढहा दिया गया. दरअसल, कलेक्ट्रेट रोड के चौड़ीकरण के आदेश के बाद नगर पालिका प्रशासन ने यह कार्यवाही की है. इनके 9 पक्के भवनों को बुलडोजर से ढहा दिया गया, जिसके चलते 100 से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं. यह लोग अपना सामान सड़क पर ही रखने को मजबूर हैं.
लोगों का बयान
दलित बस्ती के लोगों का कहना है कि प्रशासन के आदेश पर उनके घरों को उड़ा दिया गया. इस बारे में हमने प्रशासन से गुहार भी लगाई थी. प्रशासन ने सभी को काशीराम कॉलोनी में आवास दिलाए जाने का भरोसा दिलाया था, लेकिन किसी को भी आवास नहीं दिलाया गया. बगैर मोहलत दिए प्रशासन ने घरों को तहस-नहस कर दिया. ऐसे में हम सभी लोग बेघर हो गए हैं और अपना सामान सड़क पर रखने को मजबूर हैं. बरसात के इस मौसम में बच्चों, बुजुर्गों और दलित बस्ती के लोगों के सामने सिर छिपाने की समस्या खड़ी हो गई है. हालांकि नगर पालिका प्रशासन ने आवास न दिलाए जाने के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है.
ईओ नगर पालिका रविशंकर शुक्ला का कहना है कि सभी को 15 अगस्त को ही सूचना दी गई थी. लोगों को काशीराम कॉलोनी में आवास दिलाए गए हैं, जिसके बाद बुधवार को अतिक्रमण को ढहा दिया गया है. वहीं दलित बस्ती के लोगों के प्रशासन के द्वारा मोहलत न दिए जाने के आरोप पर उन्होंने बताया कि इन लोगों के आरोप निराधार हैं. इन सभी को काशीराम कॉलोनी में आवास दिलवाए जा रहे हैं.