हरदोई : जिले के संडीला का महावीर हनुमान झंडा मेला (Mahavir Hanuman Jhanda Mela) हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है. खास बात यह है कि मेले में लहराते हुए झंडे मुस्लिम भाई बनाते हैं. साथ ही सभी का स्वागत अपने अपने घरों के बाहर शर्बत बांटकर, मालाएं पहनाकर व पुष्प वर्षा करके करते हैं. इस बार करीब डेढ़ से दो लाख से अधिक की भीड़ इस मेले में देखने को मिली. मेला कमेटी के अध्यक्ष ने ईटीवी के साथ हुई खास बातचीत में इस मेले के महत्व व इतिहास से अवगत कराया.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद के संडीला में हर वर्ष महावीर हनुमान झंडा मेले का आयोजन किया जाता है. पिछले 200 वर्ष पुराना यह झंडा मेला संडीला के ही हनुमान मंदिर से शुरू होकर इमलिया बाग चौराहे तक जाता है. इस दौरान दूरदराज से आए लोग महावीर हनुमान के झंडे लेकर धूमधाम से शोभायात्रा निकालते हैं. वहीं शोभायात्रा में चल रहे लोगों का स्वागत मुस्लिम समाज के लोग बढ़-चढ़कर करते हैं.
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मेला कमेटी के अध्यक्ष शैलेंद्र अग्निहोत्री बताते हैं कि पिछले 200 वर्ष से महावीर हनुमान का झंडा मेला नगर में निकाला जाता है. इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग बढ़-चढ़कर उनका स्वागत करते हैं. वहीं इस मेले में आज तक कभी भी दोनों समुदायों में कोई विवाद नहीं हुआ है. मेले में मुस्लिम समाज के लोग बढ़-चढ़कर आनंद लेते हैं और झंडा यात्रा का जगह-जगह स्वागत सत्कार करते हैं. वहीं मान्यता है कि झंडा मेले में जो भी झंडा लेकर चलता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
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