हरदोई: जिले में शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ाने और शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए रिटायर्ड शिक्षकों, डीएलएड और बीएड के प्रशिक्षुओं का सहारा लिया जाएगा. इसके अलावा जिले के सभी विद्यालयों को इंटरनेट से लैस किया जाएगा. अपने विषयों में महारथ रखने वाले योग्य शिक्षकों के पढ़ाने की रिकॉर्डिंग की जाएगी और एक नियत समय पर सभी विद्यालयों में प्रसारित कराया जाएगा. बैकअप के तौर पर बीएड और डीएलएड के प्रशिक्षुओं को भी बोर्ड परीक्षा के लिए रखा जाएगा, ताकि शिक्षकों की कमी को पूरा किया जा सके.
विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता होगी बेहतर
शिक्षकों की कमी से जूझ रहे माध्यमिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए विभाग ने एक नई पहल की शुरुआत की है. इस पहल के तहत शिक्षकों की कमी के साथ ही शैक्षिक गुणवत्ता को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है. दरअसल, जनपद में जिला विद्यालय निरीक्षक के अधीन 625 विद्यालय हैं, जिनमें छात्रों को पढ़ाया जाता है. इसमें 54 राजकीय विद्यालय, 72 सहायता प्राप्त विद्यालय और शेष वित्तविहीन विद्यालय हैं.
वहीं कक्षा 6 से कक्षा 12 तक शिक्षा देने वाले इन विद्यालयों में शिक्षकों की बड़े पैमाने पर कमी है, जिसकी वजह से इसका सीधा असर शैक्षिक गुणवत्ता पर पड़ रहा है. ऐसे में इन विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक वीके दुबे ने एक खास प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों के साथ ही वित्तविहीन विद्यालयों में जनपद के बीएड और डीएलएड प्रशिक्षुओं का सहारा लिया जाएगा.
625 विद्यालयों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा
बीएड और डीएलएड के छात्र इन स्कूलों में जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे. साथ ही जिले के योग्य रिटायर्ड शिक्षकों का सहारा भी बेहतर शिक्षा के लिए लिया जाएगा. इसके अलावा जनपद में योग्य शिक्षकों का एक पूल बनाया जाएगा और जनपद के सभी 625 विद्यालयों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा. इसके साथ ही शिक्षकों के पढ़ाने की रिकॉर्डिंग की जाएगी और उसे सभी विद्यालयों में एक साथ प्रसारित किया जाएगा.
जिला विद्यालय निरीक्षक वी. के. दुबे ने बताया कि जिले में 625 विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य कराया जा रहा है, जिनमें राजकीय,सहायता प्राप्त और वित्तविहीन विद्यालय शामिल हैं जिनमें शिक्षकों की कमी है. ऐसे में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए बीएड और डीएलएड के प्रशिक्षकों का सहारा लिया जाएगा साथ ही योग्य रिटायर्ड शिक्षकों का सहारा लिया जाएगा ताकि उनका अनुभव विभाग को मिल सकेगा साथ ही जनपद के सभी विद्यालयों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा और जिले के सर्वाधिक योग्य शिक्षकों के पढ़ाने की रिकॉर्डिंग की जाएगी और इसे सभी विद्यालयों में एक साथ प्रसारित किया जाएगा, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता भी बढ़ेगी, शिक्षकों की कमी भी पूरी होगी और छात्र बेहतर शिक्षा हासिल कर सकेंगे.