हरदोई: हाथरस की घटना के बाद पूरे देश में सियासी सरगर्मियां तेज हैं. विपक्षी पार्टियों के नेताओं में हाथरस जाने की होड़ लगी है. वही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर पिटाई के डर से हाथरस नहीं गए. यह हम नहीं कह रहे ओमप्रकाश राजभर ने इसे खुद स्वीकार किया है. हरदोई में संगठन की समीक्षा करने आए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज किया गया, राहुल और प्रियंका जी के साथ दुर्व्यवहार हुआ,आप के सांसद संजय सिंह पर स्याही फेंकी गई. उन्होंने कहा कि मैं रोजाना देख रहा हूं कि विपक्षी दलों के नेताओं के साथ इतना बुरा बर्ताव हो रहा है, तो मैं वहां लात खाने क्यों जाऊं.
'प्रदेश में आए दिन हो रहे बलात्कार'
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में आए दिन रेप की वारदातें हो रही हैं. जिस तरह से विपक्षी पार्टियों को हाथरस जाने से रोका जा रहा है. उससे साफ पता चलता है कि साक्ष्य छुपाने, अधिकारियों और आरोपियों को बचाने के लिए पूरी सरकार लगी हुई है. हाथरस की बेटी के साथ जो घटना घटी वह निंदनीय है. यूपी सरकार नहीं चाहती कि गरीब पिछड़े लोगों को न्याय मिले. यह लोकतंत्र के लिए बहुत दुखद घटना है. पूरे प्रदेश में आए दिन बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं.
सपा ने पिछड़ी जातियों की अनदेखी की
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी भी पिछड़ों की हितैषी नहीं है. पिछड़ा वर्ग न्याय समिति की रिपोर्ट लागू नहीं हो पाई चार बार समाजवादी पार्टी की सरकार रही, लेकिन इन्होंने अर्कवंशी को इसका लाभ नहीं दिया. तमाम पिछड़ी जाति के लोगों को कोई लाभ नहीं दिया गया. ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी पर पिछड़ी जातियों की अनदेखी का आरोप लगाया.
हरदोई के संडीला में सियासी जमीन तैयार कर रहे ओमप्रकाश राजभर अपनी पार्टी के लिए सियासी जमीन तैयार करने में जुटे हैं. उनकी नजर संडीला विधानसभा पर भी है. अपने मंत्री काल से लेकर अब तक काफी समय उन्होंने संडीला विधानसभा में दिया है. उन्होंने सेक्टर से लेकर बूथ तक कार्यकर्ता बनाने पर जोर दिया.
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वे भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ मिलकर सूबे की 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. 300 सीटों पर अकेले वो तैयारी कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं को जोड़ा जा रहा है. पदाधिकारी बनाए जा रहे हैं. संगठन को कैसे मजबूत किया जाए इसको लेकर के दिशा निर्देश दिए गए हैं. जिस की समीक्षा के लिए वह आए थे.