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5 हजार रुपये से शुरू कंपनी का टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ के पार, जानिए, सफलता की कहानी...

उत्तर प्रदेश के हरदोई में 5 हजार रुपये की लागत से एक शुरुआत करने वाली 'किसान प्रोड्यूसर कंपनी' का टर्नओवर इस समय 10 करोड़ से अधिक का हो चुका है. 10 किसानों के मिलकर इस कंपनी की शुरुआत की थी. जिसकी सफलता के बाद ये जिले के अन्य किसानों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है.

किसान प्रोड्यूसर कंपनी हरदोई
किसान प्रोड्यूसर कंपनी हरदोई
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Published : Jun 24, 2020, 11:36 AM IST

Updated : Jun 24, 2020, 12:35 PM IST

हरदोई: किसान समूह में काम करने वाले जिले के 10 किसानों ने तीन वर्ष पूर्व 5 हजार रुपये की लागत से एक कंपनी की शुरुआत की थी. इस कंपनी को खोलने का उद्देश्य जिले के 70 फीसदी किसानों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना था. 5 हजार रुपये से शुरू की गई इस कंपनी का टर्नओवर आज 10 करोड़ के पार पहुंच गया है. जिसके बाद ये कंपनी जिले के अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी गई है. साथ ही इस कंपनी के जरिए कई बेरोजगारों को रोजगार भी मिला है.

किसान प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता की कहानी

ऐसे हुई थी कंपनी की शुरुआत

हरदोई जिला के 70 फीसदी लोग कृषि पर आधारित हैं, लेकिन इन किसानों को बेहतर सेवाएं मुहैया हो पाती हैं. ऐसे में जिले के कछौना ब्लॉक में रहने वाले 10 किसानों की ये कहानी मौजूदा परिदृश्य में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीख दी जा रही है. कंपनी की शुरुआत करने वाले 10 किसान एक छोटे से किसान समूह का हिस्सा थे. लेकिन जब समूह में काम करने पर भी इनकी समस्याएं कम नहीं हुईं तो इन लोगों ने आपस में राय मशवरा करके एक रणनीति तैयार की. जिसके बाद इन किसानों ने एक कंपनी को रजिस्टर्ड कराया और सभी ने 5-5 सौ रुपये शेयर के हिसाब से 5 हजार रुपये लगाकर एक कंपनी की शुरुआत की. इसके बाद बाद इन लोगों ने दूसरे किसानों को कंपनी से जोड़ना शुरू किया.

मालिक से लेकर कर्मचारी तक हैं किसान

तीन साल पहले 2017 में शुरू हुई इस कंपनी में मालिक से लेकर कर्मचारी तक सभी किसान हैं. ईटीवी भारत की टीम ने कछौना में जाकर जब कंपनी के पदाधिकारियों और किसानों से बात की तो इस कंपनी के उद्देश्य का और इसके फर्श से लेकर अर्श तक जाने का राज पता चला. कंपनी के सीईओ पंकज मौर्या ने बताया कि जिले में किसानों को बेहतर बीज और असली कीटनाशक नहीं मिल पा रहा था और किसानों से बढ़ा चढ़ाकर पैसे लिए जाते थे. जिसे देखते हुए हम लोगों ने इस कंपनी की शुरुआत की और सभी किसानों ने मिलकर इसे ऊंचाइयों तक पहुंचाया.

ऐसे बढ़ा व्यापार

शुरुआत में इन 10 किसानों ने गांव-गांव जाकर अपनी कंपनी के बारे में और इससे किसानों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद किसानों को यहां से उच्च गुणवत्तापरक कृषि सामग्री जैसे कीटनाशक, बीज, खाद आदि मिलने लगा. देखते-देखते आज इस कंपनी के शेयर होल्डर के संख्या 2350 के आस-पास हैं और इन्हीं की बदौलत इस कंपनी का व्यापार 10 करोड़ से भी अधिक का हो गया है. इस दौरान कंपनी के सेंटर कछौना, बेहन्दर, गौसगंज और बेनीगंज ब्लॉक में संचालित हैं, जहां के किसान इस कंपनी से कृषि संबंधी सामग्री हासिल कर अपनी उपज बढ़ा रहे हैं. हाल ही में इस कंपनी ने किसानों की फसलें भी खरीदना शुरू कर दिया है और किसानों को उनके इलाके में ही उनकी उपज का वाजिब दाम मिलने लगा. ईटीवी भारत की टीम ने जब किसान से बात की तो उसने कहा कि पहले वह जिन बीज, खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करता था, उससे फसल भी अच्छी नहीं होती थी और वाजिब दाम भी नहीं मिल पाते थे. इस कंपनी के साथ जुड़ने के बाद किसानों को उनकी फसल के दोगुने दाम मिल जाते हैं.

प्रोड्यूसर कंपनी किसानों के लिए बनी मसीहा

किसान प्रोड्यूसर कंपनी किसानों को अंशधारक बनाती है. 10 के गुणांक में एक अंशधारक 5 सौ रुपये का शेयर खरीद सकता है. कंपनी के अंशधारक किसानों को उपज संबंधी सामानों में छूट भी दी जाती है. कंपनी में 5 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं और बाकी अन्य पदाधिकारी, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. कंपनी के अध्यक्ष किसान मनोज कुमार हैं और सीईओ पंकज मौर्या और बीओडी मानवी द्विवेदी, खुशबू दीक्षित और लक्ष्मी कश्यप हैं. कंपनी के सीईओ पंकज मौर्य ने जानकारी दी कि इस दौरान उनके साथ 23 सौ से अधिक किसान मौजूद हैं. अपनी फसलों के वाजिब दाम पाने के लिए दर-दर भटकने वाले किसानों के लिए आज किसान प्रोड्यूसर कंपनी मसीहा बनी हुई है.

हरदोई: किसान समूह में काम करने वाले जिले के 10 किसानों ने तीन वर्ष पूर्व 5 हजार रुपये की लागत से एक कंपनी की शुरुआत की थी. इस कंपनी को खोलने का उद्देश्य जिले के 70 फीसदी किसानों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना था. 5 हजार रुपये से शुरू की गई इस कंपनी का टर्नओवर आज 10 करोड़ के पार पहुंच गया है. जिसके बाद ये कंपनी जिले के अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनी गई है. साथ ही इस कंपनी के जरिए कई बेरोजगारों को रोजगार भी मिला है.

किसान प्रोड्यूसर कंपनी की सफलता की कहानी

ऐसे हुई थी कंपनी की शुरुआत

हरदोई जिला के 70 फीसदी लोग कृषि पर आधारित हैं, लेकिन इन किसानों को बेहतर सेवाएं मुहैया हो पाती हैं. ऐसे में जिले के कछौना ब्लॉक में रहने वाले 10 किसानों की ये कहानी मौजूदा परिदृश्य में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीख दी जा रही है. कंपनी की शुरुआत करने वाले 10 किसान एक छोटे से किसान समूह का हिस्सा थे. लेकिन जब समूह में काम करने पर भी इनकी समस्याएं कम नहीं हुईं तो इन लोगों ने आपस में राय मशवरा करके एक रणनीति तैयार की. जिसके बाद इन किसानों ने एक कंपनी को रजिस्टर्ड कराया और सभी ने 5-5 सौ रुपये शेयर के हिसाब से 5 हजार रुपये लगाकर एक कंपनी की शुरुआत की. इसके बाद बाद इन लोगों ने दूसरे किसानों को कंपनी से जोड़ना शुरू किया.

मालिक से लेकर कर्मचारी तक हैं किसान

तीन साल पहले 2017 में शुरू हुई इस कंपनी में मालिक से लेकर कर्मचारी तक सभी किसान हैं. ईटीवी भारत की टीम ने कछौना में जाकर जब कंपनी के पदाधिकारियों और किसानों से बात की तो इस कंपनी के उद्देश्य का और इसके फर्श से लेकर अर्श तक जाने का राज पता चला. कंपनी के सीईओ पंकज मौर्या ने बताया कि जिले में किसानों को बेहतर बीज और असली कीटनाशक नहीं मिल पा रहा था और किसानों से बढ़ा चढ़ाकर पैसे लिए जाते थे. जिसे देखते हुए हम लोगों ने इस कंपनी की शुरुआत की और सभी किसानों ने मिलकर इसे ऊंचाइयों तक पहुंचाया.

ऐसे बढ़ा व्यापार

शुरुआत में इन 10 किसानों ने गांव-गांव जाकर अपनी कंपनी के बारे में और इससे किसानों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद किसानों को यहां से उच्च गुणवत्तापरक कृषि सामग्री जैसे कीटनाशक, बीज, खाद आदि मिलने लगा. देखते-देखते आज इस कंपनी के शेयर होल्डर के संख्या 2350 के आस-पास हैं और इन्हीं की बदौलत इस कंपनी का व्यापार 10 करोड़ से भी अधिक का हो गया है. इस दौरान कंपनी के सेंटर कछौना, बेहन्दर, गौसगंज और बेनीगंज ब्लॉक में संचालित हैं, जहां के किसान इस कंपनी से कृषि संबंधी सामग्री हासिल कर अपनी उपज बढ़ा रहे हैं. हाल ही में इस कंपनी ने किसानों की फसलें भी खरीदना शुरू कर दिया है और किसानों को उनके इलाके में ही उनकी उपज का वाजिब दाम मिलने लगा. ईटीवी भारत की टीम ने जब किसान से बात की तो उसने कहा कि पहले वह जिन बीज, खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करता था, उससे फसल भी अच्छी नहीं होती थी और वाजिब दाम भी नहीं मिल पाते थे. इस कंपनी के साथ जुड़ने के बाद किसानों को उनकी फसल के दोगुने दाम मिल जाते हैं.

प्रोड्यूसर कंपनी किसानों के लिए बनी मसीहा

किसान प्रोड्यूसर कंपनी किसानों को अंशधारक बनाती है. 10 के गुणांक में एक अंशधारक 5 सौ रुपये का शेयर खरीद सकता है. कंपनी के अंशधारक किसानों को उपज संबंधी सामानों में छूट भी दी जाती है. कंपनी में 5 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं और बाकी अन्य पदाधिकारी, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. कंपनी के अध्यक्ष किसान मनोज कुमार हैं और सीईओ पंकज मौर्या और बीओडी मानवी द्विवेदी, खुशबू दीक्षित और लक्ष्मी कश्यप हैं. कंपनी के सीईओ पंकज मौर्य ने जानकारी दी कि इस दौरान उनके साथ 23 सौ से अधिक किसान मौजूद हैं. अपनी फसलों के वाजिब दाम पाने के लिए दर-दर भटकने वाले किसानों के लिए आज किसान प्रोड्यूसर कंपनी मसीहा बनी हुई है.

Last Updated : Jun 24, 2020, 12:35 PM IST
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