हरदोई: बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए एक परिवार मंगलवार को आमरण अनशन पर बैठ गया. पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने बैठे परिवारीजनों से पुलिस अधिकारियों ने बातचीत की और उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया. दरअसल तीन सितंबर को एक विवाहिता की ससुराल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. मायके पक्ष ने ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप लगाया था. मायके पक्ष का आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न होने पर उनकी बेटी की हत्या कर दी गई. पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की.
आमरण अनशन पर बैठे थाना पिहानी के कटारपुर गांव निवासी पप्पू ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी रवीना की शादी पांच साल पहले कोतवाली शहर क्षेत्र स्थित चुन्नीपुरवा निवासी पिंकू के साथ की थी. आरोप है कि शादी के बाद से ही विवाहिता को ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे. दहेज लोभियों ने दहेज में 50 हजार रुपये और मोटरसाइकिल की मांग पूरी न होने पर तीन सितंबर को उसकी हत्या कर दी. मामले की शिकायत पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. बाद में बमुश्किल एक अक्टूबर को हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई. अनशन पर बैठे परिजनों की मांग है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए. वहीं इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी अनिल कुमार यादव ने बताया दहेज हत्या का मामला पंजीकृत कर लिया गया है. इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल सका है. विसरा रिपोर्ट को जांच के लिए भेजा गया है. विसरा रिपोर्ट आने के बाद तथ्यों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.