हरदोईः जिले में फाइलेरिया बीमारी के लक्षण लोगों में देखने के बाद जनपदवासियों को बीमारी से बचने के लिए साल में एक बार दवा खिलाने के अभियान की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है. ये अभियान 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगा. अभियान के लिए करीब 4,202 टीमें बनाई गई हैं, जो घर-घर जाकर लोगों को सिर्फ दवाइयां वितरित ही नहीं करेंगी, बल्कि सामने खड़े होकर उन्हें दवा खिलाएंगी.
घर-घर जाकर लोगों को दवाइयां खिलाएंगी टीमें
- फाइलेरिया एक संक्रामक बीमारी है, जो कि गंदगी से पैदा होने वाले एक मच्छर के काटने से होती है.
- इस बीमारी के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ विभाग ने सरकार के निर्देशानुसार अभियान की शुरुआत की है.
- कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष मधुर मिश्रा ने फीता काट कर किया.
- सीएमओ, नगर पालिका अध्यक्ष और स्वास्थ्य विभाग के अन्य जिम्मेदारों ने लोगों को शपथ दिलाई.
- फाइलेरिया से बचाव के लिए साल में एक बार फलेरिया की दवा जरूर खाएंगे.
- 4,200 टीमें गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को दवाइयां खिलाने के काम करेंगी.
- जिससे कि लोगों को इस संक्रमण से बचाया जा सके.
पूर्व में भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ द्वारा दो दवाएं खिलाई जाती थीं. अब सरकार ने इसमें एक तीसरी दवा को शामिल किया है. इससे लोगों को इस संक्रमण से जल्द से जल्द छुटकारा मिल सकेगा और फाइलेरिया मच्छर से उनका बचाव भी संभव हो पायेगा.
-एस.के रावत, सीएमओ हरदोई