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हरदोईः कानूनगो, लेखपाल और लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज - hardoi news

उत्तर प्रदेश के हरदोई में जिलाधिकारी ने कानूनगो, लेखपाल और लिपिक पर भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया है. जिले में एक महिला की सर्पदंश से मौत हो गई थी. डीएम ने महिला के परिवार को अनुमन्य सहायता राशि देने को कहा था.

डीएम.
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Published : Sep 7, 2019, 10:56 PM IST

हरदोईः मामला शाहाबाद तहसील का है. जहां तहसील दिवस के मौके पर डीएम से कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के खिलाफ एक परिवार ने शिकायत दर्ज कराई गई थी. आरोप है कि इन अधिकारियों ने दैवीय आपदा राहत कोष से दी जाने वाली आर्थिक मदद देने के लिए रिश्वत मांग रहे थे. शिकायत के साथ जिलाधिकारी को पीड़ितों के साथ रिश्वत की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सौपी गई थी. इसपर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई की.

क्या है पूरा मामला

  • मामला तहसील शाहाबाद के ग्राम उधरनपुर मजरा परसई इलाके का है.
  • ​​​​​जहां कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है.
  • तहसील दिवस पर डीएम के पास थाना मझिला के एक पीड़ित ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
  • पीड़ित के मां की मौत सर्पदंश से हो गई थी, जिसके बाद दैवीय आपदा राहत कोष से उसे 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जानी थी.
  • आरोप है कि पीड़ित के खाते में पैसा आते ही कानूनगो, लेखपाल और लिपिक उस पर रिश्वत देने का दबाव बनाने लगे.
  • पीड़ित ने जिलाधिकारी को उसके और लेखपाल रामप्रताप मिश्रा, कानूनगो अवधेश कुमार और लिपिक अनुराग मिश्रा के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सौंपी थी.
  • तीनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया.

इसे भी पढ़ें- आगरा: रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया क्लर्क, एंटी करप्‍शन टीम ने किया गिरफ्तार

तहसील दिवस के दौरान उनके पास सर्पदंश की घटना में सरकार की तरफ से दी जाने वाली अनुमन्य सहायता राशि दिलाने के एवज में कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक ने रुपयों की मांग की. पीड़ित इसकी रिकॉर्डिंग सुनाई साथ ही पीड़िता ने शपथ पत्र भी दिया. जिसके बाद तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
-पुलकित खरे, डीएम

हरदोईः मामला शाहाबाद तहसील का है. जहां तहसील दिवस के मौके पर डीएम से कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के खिलाफ एक परिवार ने शिकायत दर्ज कराई गई थी. आरोप है कि इन अधिकारियों ने दैवीय आपदा राहत कोष से दी जाने वाली आर्थिक मदद देने के लिए रिश्वत मांग रहे थे. शिकायत के साथ जिलाधिकारी को पीड़ितों के साथ रिश्वत की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सौपी गई थी. इसपर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई की.

क्या है पूरा मामला

  • मामला तहसील शाहाबाद के ग्राम उधरनपुर मजरा परसई इलाके का है.
  • ​​​​​जहां कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है.
  • तहसील दिवस पर डीएम के पास थाना मझिला के एक पीड़ित ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.
  • पीड़ित के मां की मौत सर्पदंश से हो गई थी, जिसके बाद दैवीय आपदा राहत कोष से उसे 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जानी थी.
  • आरोप है कि पीड़ित के खाते में पैसा आते ही कानूनगो, लेखपाल और लिपिक उस पर रिश्वत देने का दबाव बनाने लगे.
  • पीड़ित ने जिलाधिकारी को उसके और लेखपाल रामप्रताप मिश्रा, कानूनगो अवधेश कुमार और लिपिक अनुराग मिश्रा के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सौंपी थी.
  • तीनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया.

इसे भी पढ़ें- आगरा: रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया क्लर्क, एंटी करप्‍शन टीम ने किया गिरफ्तार

तहसील दिवस के दौरान उनके पास सर्पदंश की घटना में सरकार की तरफ से दी जाने वाली अनुमन्य सहायता राशि दिलाने के एवज में कानूनगो, लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक ने रुपयों की मांग की. पीड़ित इसकी रिकॉर्डिंग सुनाई साथ ही पीड़िता ने शपथ पत्र भी दिया. जिसके बाद तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है. उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
-पुलकित खरे, डीएम

Intro:स्लग--सरकारी सहायता राशि में रिश्वतखोरी करना कर्मचारियों को पड़ा महंगा डीएम ने कानूनगो लेखपाल और लिपिक के खिलाफ दर्ज कराया भ्रष्टाचार का मुकदमा

एंकर--यूपी के हरदोई में सर्पदंश से हुई महिला की मौत के मामले में सरकार द्वारा दी गई अनुमन्य सहायता राशि से रिश्वत वसूलने की कोशिश में कानूनगो लेखपाल और एक लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है दरअसल पीड़ित ने मामले की शिकायत तहसील दिवस में जिलाधिकारी से की थी जिलाधिकारी ने रिकॉर्डिंग सुनने के बाद और पीड़ित के शपथ पत्र मिलने के बाद मामले में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे जिसके बाद पुलिस ने थाना मझिला में तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।


Body:vo--मामला तहसील शाहाबाद इलाके का है जहां तहसील दिवस के मौके पर आई एक शिकायत के बाद तहसील शाहाबाद के कानून गो लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है दरअसल थाना मझिला के ग्राम उधरनपुर मजरा परसई के रहने वाले प्रिंस ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर बताया कि उसकी मां की मौत सांप के डसने से हुई थी जिसके बाद दैवीय आपदा राहत कोष से उसे 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई यह राशि सीधे उनके बैंक खाते में स्थानांतरित हुई राशि आते ही लेखपाल कानूनगो लिपिक ने क्रमवार पहले 2 लाख ,डेढ़ लाख और 50 हजार रुपयों की मांग शुरू कर दी सहायता दिलाने के एवज में रिश्वत की मांग पर दबाव बढ़ता देख उसने खाते से 3 लाख 20 हजार रुपये निकाल लिए इसकी जानकारी होते ही तहसील की टीम ने बैंक को कोई सूचना देकर उसके खाता संचालन पर रोक लगवा दी खाते में इस वक्त सहायता राशि के शेष हैं पीड़ित ने जिलाधिकारी को लेखपाल रामप्रताप मिश्रा और कानूनगो अवधेश कुमार व लिपिक अनुराग मिश्रा के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी सौंपी साथ ही शपथ पत्र देकर तीनों के खिलाफ मामले की शिकायत की इसके बाद जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए थाना मझिला में तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बाइट--पुलकित खरे जिलाधिकारी हरदोई


Conclusion:voc--इस बारे में जिला अधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि तहसील दिवस के दौरान उनके पास सर्पदंश की घटना में सरकार द्वारा दी गई अनुमन्य सहायता राशि दिलाने के एवज में कानूनगो लेखपाल और कलेक्ट्रेट के एक लिपिक के द्वारा रुपयों की मांग की गई और पीड़ित के द्वारा रिकॉर्डिंग सुनाई गई साथ ही उसके द्वारा शपथ पत्र भी दिया गया जिसके बाद तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया गया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
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