हरदोई : जिले में एक बेटे को जन्म देने के बाद मां ने उसे मरने के लिए झाड़ियों में फेंक दिया. गनीमत रही कि इस नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने मामले की खबर क्षेत्रीय पुलिस और चाइल्ड हेल्प लाइन टीम को दी.
चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम मौके पर पहुंची और नवजात शिशु को जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया. यहां बच्चा कोरोना संक्रमित निकला. चिकित्सकों ने उसका उपचार किया और इस बीच नवजात शिशु ने कोरोना से जंग जीत ली. शिशु के स्वस्थ होने के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने शनिवार को उसे चाइल्ड हेल्प लाइन मुख्यालय लखनऊ भेज दिया है.
ठीक हो जाने पर नवजात को लखनऊ भेजा गया
चाइल्ड हेल्प लाइन के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर अनूप तिवारी ने बताया कि यह शिशु झाड़ियों में पड़ा था. सूचना के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम उसे लेकर यहां आई. नवजात शिशु को उपचार के लिए एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया. जांच के बाद बच्चा कोरोना वायरस से संक्रमित निकला. केएमसी वार्ड में बच्चे को रखा गया. ठीक हो जाने पर उसे लखनऊ भेज दिया गया है.
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अस्पताल प्रशासन ने इस नवजात शिशु के लिए केएमसी वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया और उसी में इलाज शुरू कर दिया. डॉ. आशीष वर्मा की चिकित्सकीय सलाह में स्टाफ नर्स शालिनी सिंह, प्रीती देवी, पल्लवी और प्रशांत श्रीवास्तव, संदीप सिंह ने अलग-अलग शिफ्ट में बच्चे की देखभाल की. अब बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो गया है. गुरुवार को उसकी छुट्टी भी कर दी गई.
बच्चा संक्रमित हो तो डरें नहीं : चिकित्सक
चिकित्सकों का कहना है कि यह नवजात शिशु तो अपनी मां से दूर था. अब जो बच्चे घर में हैं या किसी भी तरह से संक्रमित हो गए हैं, उनके परिजनों को डरने की जरूरत नहीं है बल्कि उनकी अच्छी देखभाल करें. बच्चे जल्द ही स्वस्थ हो जाते हैं.