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हरदोई में सीएम का आदेश भी बेअसर, खुलेआम सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु - हरदोई समाचार

सीएम योगी ने आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए थे. इसके बावजूद सड़कों पर गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं. सीएम योगी के आदेश की प्रदेश के अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं.

आवारा गोवंशों को पकडने में प्रशासन नाकाम
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Published : Jul 14, 2019, 11:19 PM IST

हरदोई: सीएम योगी ने आवारा गोवंश को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए थे. इसके बावजूद अधिकारी आदेश की अनदेखी कर रहे हैं. सड़क पर आवारा गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं. पशु आश्रयस्थलों का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन उनकी देखरेख के लिए कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है. आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों तक नहीं पहुंचाया गया और जिम्मेदार अफसर अब सफाई देने में जुटे हुए हैं.

आवारा गोवंशों को पकड़ने में प्रशासन नाकाम


सीएम योगी ने गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के दिए निर्देश-
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने 15 जनवरी तक सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के निर्देश दिए थे. इसके लिए शासन से बजट भी रखा गया था ताकि पशु आश्रय स्थलों में आवारा गोवंश को खाने और पीने की व्यवस्था मुहैया कराई जाए. इसके साथ ही गोवंशों को एक छत के नीचे रखा जा सके. इससे किसानों की फसलों का नुकसान नहीं होगा और आवारा गोवंशों को सड़क दुर्घटनाओं का शिकार न होना पड़े. जिम्मेदार अफसरों ने सिवाय खानापूर्ति के इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इसके चलते आवारा गोवंश चाहे सड़क हो या कूड़ा घर हो हर जगह घूमने को मजबूर हैं.

जिले में 73 पशु आश्रय स्थल संचालित हैं जिनमें सभी पशुओं को रखा गया है. सड़क पर टहलते आवारा गोवंशों को जल्द ही पशु आश्रय शालाओं में भिजवाया जा रहा है. इन सभी के चारे और पानी की व्यवस्था की गई है.
जे एन पांडेय, पशु चिकित्सा अधिकारी

हरदोई: सीएम योगी ने आवारा गोवंश को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए थे. इसके बावजूद अधिकारी आदेश की अनदेखी कर रहे हैं. सड़क पर आवारा गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं. पशु आश्रयस्थलों का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन उनकी देखरेख के लिए कोई कर्मचारी मौजूद नहीं है. आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों तक नहीं पहुंचाया गया और जिम्मेदार अफसर अब सफाई देने में जुटे हुए हैं.

आवारा गोवंशों को पकड़ने में प्रशासन नाकाम


सीएम योगी ने गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के दिए निर्देश-
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने 15 जनवरी तक सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को आवारा गोवंशों को पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के निर्देश दिए थे. इसके लिए शासन से बजट भी रखा गया था ताकि पशु आश्रय स्थलों में आवारा गोवंश को खाने और पीने की व्यवस्था मुहैया कराई जाए. इसके साथ ही गोवंशों को एक छत के नीचे रखा जा सके. इससे किसानों की फसलों का नुकसान नहीं होगा और आवारा गोवंशों को सड़क दुर्घटनाओं का शिकार न होना पड़े. जिम्मेदार अफसरों ने सिवाय खानापूर्ति के इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. इसके चलते आवारा गोवंश चाहे सड़क हो या कूड़ा घर हो हर जगह घूमने को मजबूर हैं.

जिले में 73 पशु आश्रय स्थल संचालित हैं जिनमें सभी पशुओं को रखा गया है. सड़क पर टहलते आवारा गोवंशों को जल्द ही पशु आश्रय शालाओं में भिजवाया जा रहा है. इन सभी के चारे और पानी की व्यवस्था की गई है.
जे एन पांडेय, पशु चिकित्सा अधिकारी

Intro:स्लग--हरदोई में सीएम का आदेश भी बेअसर, खुलेआम सड़कों पर घूम रहे अन्ना पशु

एंकर--मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आवारा गोवंश को सभी पशु आश्रय शालाओं में पहुंचाने के निर्देश प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को दिए थे लेकिन इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री का आदेश धूल फांकता नजर आ रहा है और सड़क पर आवारा गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं आलम यह है कि पशु आश्रय स्थलों का निर्माण तो कर दिया गया लेकिन उनकी देखरेख के अभाव में कमी रह गई जिसकी वजह से जिम्मेदारों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन नहीं किया और सरकार के प्रयास के बावजूद भी घूम रहे आवारा गोवंश को पशु आश्रय स्थलों तक नहीं पहुंचाया गया लेकिन अपने काम को बखूबी देने की बजाय जिम्मेदार अफसर अब सफाई देने में जुटे हैं।


Body:vo--चाहे सड़क हो या कूड़ा घर या फिर कोई सरकारी संस्थान हर जगह आपको आवारा गोवंश घूमते जरूर मिल जाएंगे। तस्वीरों में आप साफ़ देख सकते हैं कि किस तरह से आवारा गोवंश कूड़ा घर में बैठे हुए हैं और प्रशासन की उपेक्षा का शिकार हैं दरअसल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 जनवरी तक सभी जनपदों के जिलाधिकारियों को आवारा गोवंश को सभी पशु आश्रय स्थलों में पहुंचाने के निर्देश दिए थे और इसके लिए शासन से बजट भी रखा गया था ताकि पशु आश्रय स्थलों में रहने वाले आवारा गोवंश को खाने के लिए चारा मिल सके और पीने के लिए पानी मुहैया कराया जा सके साथ ही उन्हें एक छत के नीचे रखा जा सके जिससे किसानों की फसलों का नुकसान भी ना हो और आवारा गोवंश को सड़क दुर्घटनाओं का शिकार ना होना पड़े लेकिन सरकार की मंशा धरी की धरी रह गई और जिम्मेदार अफसरों ने सिवाय खानापूर्ति के इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जिसके चलते आवारा गोवंश चाहे सड़क हो सरकारी दफ्तर हो या कूड़ा घर हर जगह घूमने को मजबूर हैं और कचरा खाने को मजबूर है।

vo--आपको बता दें कि जिले में 73 पशु आश्रय स्थल ग्रामीण इलाकों में 11 पशु आश्रय स्थल शहरी इलाकों में और दो कांजी हाउस संचालित हैं प्रशासन इन सभी पशु आश्रय स्थलों में 9700 आवारा गोवंशों के रहने का दावा कर रहा है साथ ही प्रशासन के मुताबिक इन पशु आश्रय स्थलों में रहने वाले गोवंशों के लिए सरकार की ओर से अलग से बजट बनाया गया है और इसके लिए एक करोड़ रुपए की धनराशि भेजी गई जिसे सभी विकास खंडों को आवंटित कर दिया गया है। लेकिन सरकार के प्रयास के बावजूद जी आवारा गोवंश सड़कों पर खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं और दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।

बाइट--जे एन पांडेय जिला पशु चिकित्सा अधिकारी हरदोई


Conclusion:voc--हालांकि इस बारे में जिला पशु चिकित्सा अधिकारी जेएन पांडेय बताते हैं कि जिले में 73 पशु आश्रय स्थल संचालित हैं जिनमें सभी पशुओं को रखा गया है वहीं सड़क पर टहलते आवारा गोवंश के बारे में पूछने पर उनका कहना है कि इनको जल्द ही पशु आश्रय शालाओं में भिजवाया जा रहा है। और इन सभी के चारे और पानी की व्यवस्था की गई है।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000

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