हरदोई: पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और एनजीटी के कड़े नियमों के प्रावधान के बावजूद भी किसान अपने खेतों में गन्ने की पत्तियां जला रहे हैं. सेटेलाइट से आई सूचना के बाद चिन्हित 37 किसानों के खिलाफ जिलाधिकारी ने गन्ने की पत्ती जलाने पर जुर्माने की कार्रवाई की है. साथ ही अधिकारियों पर भी लापरवाही बरतने के चलते शिकंजा कसा है. जिला अधिकारी ने एसडीएम शाहाबाद, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर और तहसील शाहाबाद जिला गन्ना अधिकारी, उप कृषि निदेशक और शाहबाद के कृषि प्रसार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है. थानाध्यक्ष पिहानी, थानाध्यक्ष पचदेवरा और थानाध्यक्ष टड़ियावां के खिलाफ शासन को कार्रवाई के लिए लिखा गया है.
ये है पूरा मामला-
- सुप्रीम कोर्ट की सख्ती, एनजीटी के कड़े नियमों के बावजूद किसान गन्ने की पत्ती जला रहे थे.
- जिसको लेकर सात अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है.
- तीन थानाध्यक्षों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी लिखा गया है.
- सेटेलाइट से आई सूचना के बाद चिन्हित किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
- जिलाधिकारी ने गन्ने की पत्ती जलाने पर 37 किसानों पर जुर्माने भी लगाया है.
- साथ ही अधिकारियों पर भी लापरवाही बरतने के चलते शिकंजा कसा गया है.
- एसडीएम शाहाबाद, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर के खिलाफ कार्रवाई की गई.
सेटेलाइट से निगरानी के बाद कार्रवाई-
प्रदूषण के खतरे को देखते हुए गन्ने की पत्ती जलाने को लेकर सात अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है. भारत सरकार की सेटेलाइट से निगरानी कराने की रिपोर्ट आने के बाद यह कार्रवाई की गई है. जिसमे जिले के 37 किसानों पर जुर्माना लगाया गया है.
पर्यावरण प्रदूषण पर सख्ती-
बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब की सरकार को प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए फटकार लगाई थी. साथ ही एनजीटी के नियमों का पालन करने का आदेश दिया था. जिले के सभी किसानों को गन्ने की पत्ती नहीं जलाने के लिए निर्देशित और जागरूक किया गया था. उसके बावजूद भी किसानों ने खेतों में गन्ने की पत्ती जलाई जिसको लेकर 37 किसानों पर जुर्माना भी लगाया गया है.
जिले में गन्ने की पत्ती जलाने को लेकर सात अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है.
संजय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी