हरदोईः कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण जिला जेल प्रशासन ने बड़े पैमाने पर कैदियों को रिहा करने की शासन से दरखास्त की है, जिनमें विचाराधीन और सिद्ध दोस्त कैदी शामिल है. जनपद के ऐसे 83 कैदियों को जल्द ही रिहा किया जाएगा. इन कैदियों में वह कैदी शामिल है जिन्हें या तो सजा हो चुकी है या फिर वे केस ट्रायल पर है.
वर्तमान समय में 1550 कैदी विचाराधीन
जिले में जिला कारागार में वर्तमान समय में 1550 कैदी विचाराधीन है, जबकि जिला कारागार की क्षमता 748 कैदियों के रखने की है. ऐसे में क्षमता से दोगुने कैदी जिला कारागार में निरुद्ध हैं. कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए न्यायालय की पहल पर जिला कारागार प्रशासन ने इस पर अमल शुरू कर दिया है. लिहाजा जिला कारागार प्रशासन ने भी इसको लेकर कवायद शुरू कर दी है.
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83 कैदियों को किया जाएगा रिहा
जिला जेल प्रशासन ने शासन को कुछ कैदियों की रिहाई के लिए अनुमति मांगी है. ऐसे में जनपद में 53 विचाराधीन कैदियों न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बाद रिहा किया जाएगा, जबकि 30 सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर रिहा किया जाएगा. कुल 83 कैदियों को आदेश आने के बाद रिहा किया जाएगा. दरअसल यह निर्णय कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लिया गया है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके और सोशल डिस्टेंसिंग के फार्मूले को अपनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सके.
आदेश आने के बाद मामले में कार्रवाई
जेल अधीक्षक बृजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में जिला कारागार में 1550 कैदी है, जबकि जेल की क्षमता 748 कैदी रखने की है. ऐसे में शासन को पत्र लिखा गया है. ऐसे में 53 कैदी विचाराधीन है, जिन्हें न्यायालय से अंतरिम जमानत मिलने के बाद और 30 सजायाफ्ता कैदियों को पैरोल पर छोड़ा जाएगा. इसके लिए शासन को लिखकर भेजा गया है. आदेश आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.