हापुड़: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक फैक्ट्री में आग लगीय गयी. इस आग में एक मजदूर की मौत हो गयी. आग लगने का कारण अब तक नहीं पता चला है. मारे गये मजदूर के परिजनों का आरोप है कि उसको सुरक्षा उपकरण नहीं दिये गये थे. इसके चलते ही मजदूर की जान गयी.
फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के साथ अक्सर हादसे होते रहते हैं. कभी-कभी ये हादसे से इतने बड़े होते हैं कि मजदूरों की जान भी चली जाती है. ऐसा ही एक मामला जनपद हापुड़ की पिलखवा कोतवाली क्षेत्र में रविवार को सामने आया. पिलखवा कोतवाली क्षेत्र के गांव खेड़ा के ढोलना रोड पर स्थित एक फैक्ट्री में आग लग गयी. सालार नाम की फैक्ट्री में आग लगने के बाद हड़कंप मच गया. इस अग्निकांड में एक मजदूर को आग लग गयी. साथ मजदूरों ने उसको बचाने की कोशिश की लेकिन तब तक देर हो चुकी थी.
संदिग्ध परिस्थितियों में मजदूर जिंदा जल गया. उसकी मौके पर ही मौद हो गयी. मजदूर की शिनाख्त बिहार निवासी संजीत मांझी के रूप में हुई. सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मौत की सूचना पाकर मजदूर के रिश्तेदार भी फैक्ट्री पहुंचे. रिश्तेदार प्रवीन ने कहा कि उनको फैक्ट्री के अंदर भी नहीं जाने दिया गया. मजदूर संजीत मांझी की मौत के मामले की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
संजीत मांझी के रिश्तेदार प्रवीण का कहना है कि उनको फोन से सूचना मिली थी कि संजीत की फैक्ट्री में काम करते समय मौत हो गई. वीडियो में संजीत का शव दिखा. फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों के पास कोई सुरक्षा उपकरण नहीं था. उन्होंने कहा कि संजीत के शरीर पर आग लगी हुई थी, लेकिन किसी ने भी उसको बचाने का प्रयास नहीं किया. उनको फैक्ट्री के अंदर नहीं जाने दिया गया.
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