हापुड़: देश कोरोना वैश्विक महामारी से जूझ रहा हैं और लोगों की नजर में धूमिल पुलिस की छवि भी साफ हो रही है. लोग कोरोना योद्धा कहकर पुलिस पर फूल बरसा रहे हैं, लेकिन हापुड़ पुलिस के कारनामे से यूपी पुलिस का शर्मसार करने वाला चेहरा सामने आया है. पुलिस की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है.
नगर रोड स्थित कस्बा चौकी परिसर के मोहल्ला डबरिया के रहने वाले कपिल को घर वालों ने गेंहू लाने के लिए 3,500 रुपये दिये थे. जब कपिल गेंहू खरीदने जा रहा था तो मोहल्ले में जुआ खेल रहे तीन युवकों ने उसे रोक लिया और दबंगई दिखाते हुए रुपये मांगने लगे.
दबंगों ने युवक के साथ की मारपीट
जब कपिल ने रुपये देने से इनकार किया तो युवकों ने उसके साथ मारपीट कर जबरन रुपये छीन लिए. वहीं जब पीड़ित ने पुलिस चौकी में पहुंचकर घटना की सूचना दी तो पुलिस पीड़ित युवक को जमकर लताड़ लगाई और चौकी से भगा दिया. इससे क्षुब्ध होकर पीड़ित युवक ने चौकी के अंदर केरोसिन छिड़क कर खुद को आग के हवाले कर लिया. इसे देख चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया.
युवक की हालत चिंताजनक
पुलिसकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया. तब तक कपिल 50 प्रतिशत जल चुका था. उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. पुलिस अधिकारियों को जब घटना की जानकारी मिली तो उनमें भी हड़कंप मच गया.
अपर पुलिस अधीक्षक सर्वेश मिश्रा ने कहा कि पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में एक युवक के द्वारा अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग ली गई. इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस के द्वारा युवक को जीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मामले में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है, जो भी तहरीर मिलेगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
वहीं पिता रामोतार का कहना है कि उनका बेटा गेहूं लेने के लिये घर से गया था. रास्ते में कुछ लोग मिले, जिन्होंने कपिल को शराब पीने और जुआ खेलने के लिए कहा. कपिल ने मना कर दिया तो दबंगों ने उसके पैसे और मोबाइल फोन छीन लिया.
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उन्होंने बताया कि जब इसकी शिकायत करने कपिल कस्बा चौकी पर गया था तो वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे यह कर भगा दिया कि वह थाने जाकर अपनी रिपोर्ट कराये. इसके बहाद न्याय न मिलने से क्षुब्ध होकर कपिल ने पुलिस चौकी के अंदर अपने आपको आग के हवाले कर लिया.