हापुड़: जनपद में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. प्रमुखता से दिखाई गई खबर के बाद पुलिस ने मारपीट के मामले में 7 टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है. युवक ने घटना के समय दोगुना टोल वसूलने का विरोध किया था. इस पर भड़के टोल कर्मियों ने युवक को पीट दिया था. इस मामले में चौकी इंचार्ज को भी लाइन हाजिर किया गया था.
युवक की पिटाई की गई थी
पिलखवा कोतवाली क्षेत्र छिजारसी टोल प्लाजा पर मैनेजर की रसूख और दबंगई के चलते जबरन उगाही जाती है. बताया जाता है कि मैनेजर ने एक गैंग बना रखा है. इस गैंग के दबंग सदस्य बाहरी और अनजान लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. ये लोग यात्रियों से जबरन दोगुना टोल वसूल करते हैं. बीते दिनों में राहुल नामक युवक छिजारसी टोल प्लाजा पर पहुंचा था. तकनीकी कारणों के चलते उसका फास्टटैग काम नहीं कर रहा था. इसको लेकर टोल प्लाजा पर मौजूद कर्मचारियों ने उसे दोगुना शुल्क देने को कहा. इसका राहुल ने विरोध किया. इस पर टोलकर्मियों ने मैनेजर के दबंग गैंग को बुला लिया. हथियारों से लैस होकर आए गैंग के सदस्यों ने राहुल को सड़क पर गिरा-गिराकर पीटा था.
सात लोगों को किया गिरफ्तार
हर समय टोल पर मौजूद रहने वाली पुलिस भी मैनेजर के रसूख के आगे युवक की पिटाई के समय कुछ नही बोली. किसी राहगीर ने इसका वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. अधिकारियों ने मामले की जानकारी ली तो चौकी इंचार्ज ने अधिकारियों को गुमराह कर दिया. इसकी जानकारी होने पर क्षेत्र के अधिकारियों ने मामले की जानकारी एएसपी को दी. मामले की गंभीरता को समझते हुए चौकी इंचार्ज हीरेन्द्र सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया. इस प्रकरण की जांच गढमुक्तेश्वर क्षेत्राधिकारी पवन कुमार को सौंपी गई थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ दिखाया था. इसके बाद पिलखुआ कोतवाली पुलिस हरकत में आई और राहुल से मारपीट करने वाले 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, पिलखुवा पुलिस ने मामले को शांतिभंग की धारोओं में ही आरोपियों गिरफ्तार किया है. इसके बाद सभी को एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया.