हमीरपुर: लोकसभा चुनाव तारीखों की घोषणाके बाद जिले में एक गांव ऐसा भी है, जहां के लोगों ने बाकायदा पंचायत कर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है.गांव वालों का कहना है कि जब भी चुनाव आता है तो नेता वोट मांगने जरूर आते हैं. लेकिन चुनाव जीतने के बाद कभी भी पलट कर नहीं देखते.
जिले के राठ विधानसभा क्षेत्र के टोला खंगारन गांव में ग्रामवासियों का आक्रोश मंगलवार को फूट पड़ा. गांव में मूलभूत सुविधाओं का अभाव होने के कारण उन्होंने पंचायत कर चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया. गांववासी उत्तम सिंह का कहनाहै कि जब भी कोई चुनाव आता है, बुंदेलखंड के नाम पर राजनीतिहोने लगती है. सरकार बनने के बाद बुंदेलखंड को पैकेज भी दिए जाते रहें हैं, लेकिन वह पैकेज कहां जाते हैं,इसका पता आज तक नहीं चल सका.
उन्होंने कहा कि गांव की सड़कें इतनी खराब है कि अचानक किसी के बीमार हो जाने पर एंबुलेंस भी आसानी से गांव तक नहीं पहुंच पाती है. इसलिए अब अपने बुनियादी अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए सभी गांववासियों ने वोट को हथियार बनाने की ठान ली है.
वहीं स्थानीय निवासी फूल सिंह का कहना है कि गांव को तहसील से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग आजादी के बाद से अब तक नहीं बना है.जबकि इस संबंध में विधायक से लेकर सांसद तक गुहार लगाई गई.मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी इसकी शिकायत दर्ज कराई गई,लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इस कारण सभी गांववासियों ने एकमत होकर चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है.