हमीरपुर: प्रदेश सरकार के ई-स्टांपिंग लागू किए जाने के चलते हड़ताल पर चल रहे स्टांप विक्रेता बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित गोल चबूतरे पर धरने पर बैठ गए. स्टांप विक्रेताओं ने प्रदेश सरकार से तत्काल फैसले पर विचार करने और पुरानी प्रणाली लागू करने की मांग की. स्टांप विक्रेताओं का कहना है कि सरकार जो प्रणाली लागू करना चाहती है, उससे स्टांप विक्रेताओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा.
स्टांप वेंडर धरने पर बैठे. वहीं धरने पर बैठे स्टांप विक्रेता शशांक कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ई-स्टांपिंग प्रणाली को लागू करते हुए स्टॉक होल्डिंग कंपनी को स्टांप विक्रय का काम दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्टॉक होल्डिंग कंपनी के द्वारा स्टांप वेंडरों को एसीसी बनाया जा रहा है, जिसमें उनका कमीशन बहुत ही कम है. साथ ही कहा कि ई-स्टांप प्रणाली लागू होने के बाद सभी स्टांप विक्रेताओं को लैपटॉप और प्रिंटर रखना अनिवार्य हो जाएगा, जबकि अभी वे सभी स्टांप विक्रेता खुले में बैठकर स्टांप की बिक्री करते हैं. साथ ही शंशाक कुमार ने कहा कि स्टांप बिक्री के लिए एसीसी कंपनी द्वारा जो कमीशन दिया जा रहा है, उस कमीशन में स्टांप विक्रेताओं का घर चल पाना मुमकिन नहीं है.पढ़ें: डायलिसिस यूनिट की हुई शुरुआत, मरीजों को अब नहीं जाना पड़ेगा बाहर