कुशीनगर: नदियों से बालू खनन करने के लिए एनजीटी द्वारा जारी किए गए निर्देशों का जिले में खुलेतौर पर उल्लंघन होता दिख रहा है. प्रशासनिक अधिकारियों, खनन विभाग और पुलिस की शह पर बालू माफिया कप्तानगंज क्षेत्र में दिन के उजाले में ही जिले के बीचों बीच बहने वाली छोटी गण्डक नदी की तलहटी से बालू निकलवा रहे हैं.
खनन माफिया के प्रभाव से कोई नहीं देता बयान
घाट पर मीडिया की मौजूदगी की सूचना पर आसपास के कुछ ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन खनन माफिया के प्रभाव के कारण कोई कैमरे पर इस खेल के बारे में बोलने को तैयार नहीं दिखा. अधिकारियों का भी खनन माफिया को पूरा सरंक्षण है. इसी कारण दिन के उजाले में ही नदियों से खनन हो रहा है. पहले नदियों की तलहटी से बालू निकालकर किनारे रखा जाता है. फिर शाम होते ही किनारे इकट्ठा किए गए सफेद बालू के ढेर को ट्रकों के माध्यम से सड़क मार्ग से बाहर निकाला जाता है.
इसे भी पढ़ें:- नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हैदराबादी युवा ने बनाया नॉन-प्लास्टिक वी-कार्ड
पूरे जिले में कहीं भी खनन नही हो सकता है. वर्तमान में कुशीनगर जिले में एक भी प्वाइन्ट ऐसा नहीं है, जहां के लिए बालू खनन करने के लिए आदेश दिया गया हो.
-शिव दयाल सिंह, जिला खनन अधिकारी