हमीरपुर: जनपद में यमुना और बेतवा नदियों में बाढ़ (Flood in Yamuna and Betwa rivers) लगातार विकराल रूप लेती जा रही हैं. दोनों नदियों की बाढ़ से सैकड़ों गांव के ढेरों मकान जलमग्न हो गए हैं. इतना ही नहीं बाढ़ से घबराए लोग अपने घर छोड़कर या तो राहत शिविरों में जा रहे हैं या हाईवे के किनारे अपने तम्बू लगाकर डेरा डाले हुए हैं. इसी के चलते बीजेपी सदर विधायक डॉ मनोज प्रजापति (BJP Sadar MLA Dr Manoj Prajapati) ने कलौली तीर के एक प्राइवेट स्कूल में राहत कैंप खोल दिया है, जहां पर सैकड़ों ग्रामीणों ने शरण ली है. शिविर में बच्चों की पढ़ाई के लिए कक्षाएं भी संचालित की जा रही है.
इस दौरन ईटीवी भारत की टीम ने बाढ़ पीड़ितों और बीजेपी के सदर विधायक डॉ मनोज प्रजापति से खास बातचीत की है. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि बाढ़ के चलते उनकी जिदंगी काफी प्रभावित हुई है. कहीं तो खाने का वितरण किया जा रहा है लेकिन कहीं लोग भूखे ही मर रहे है. सदर विधायक का कहना है कि प्राकृति आपदा से शासान-प्रशासन मिलकर लड़ रहे है. इसी के चलते कई कैंपों का संचालन किया गया है ताकि लोगों को इस बाढ़ से बचाया जा सके और उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो.
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वहीं, जिलाधिकारी चन्द्रभूषण त्रिपाठी (District Magistrate Chandra Bhushan Tripathi) ने बताया कि यमुना और बेतवा (Yamuna and Betwa) नदी खतरे के निशान से तीन-तीन मीटर ऊपर बह रही थी. शुक्रवार रात से बेतवा का जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से कम हो रहा है. यमुना का पानी स्थिर है. शनिवार दोपहर के बाद यमुना का पानी कम होने की उम्मीद है. तीन राहत शिविर चल रहे है. पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था की गई है. प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. पानी उतरने के बाद स्वास्थ्य सफाई संबधी समस्याओं से निपटा जाएगा. शासन के निर्देश के अनुसार राशन सामग्री का वितरण भवन निर्माण का वितरण राहत राशि सब कुछ उपलब्ध कराया जाएगा. बता दें कि हमीरपुर में यमुना और बेतवा नदी ने तबाही मचा रखी है. करीब 125 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
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