हमीरपुरः 12 मार्च 2018 को 11 जिला पंचायत सदस्यों ने जरिेए क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य जयंती राजपूत के नेतृत्व में तत्कालीन जिलाधिकारी आरपी पांडेय को जिला पंचायत अध्यक्ष वंदना यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था. जिस पर दो अप्रैल 2018 को नियत हुई तिथि में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर शक्ति परीक्षण कराया गया.
जिसमें कुल 18 सदस्यों में से 12 ने इसमें भाग लिया. 11 सदस्यों का मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े. जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी और चुनाव अधिकारी बने जज कुमार गौरव द्वारा शासन को भेजी गई. इस पर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार रिक्त पड़े जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर 25 सिंतबर 2018 को मतदान कराया गया. निर्वाचन में भाजपा समर्थित जयंती राजपूत जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हुई.
वंदना ने खटखटाया था हाईकोर्ट का दरवाजा
वहीं प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी का आरोप लगा जिला पंचायत अध्यक्ष रही वंदना यादव ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोनों कार्रवाइयों के खिलाफ याचिका दाखिल की. हाईकोर्ट में उनकी पैरवी करने वाले अधिवक्ता सरोज यादव ने बताया कि जस्टिस मुनीश्वर नाथ भंडारी और सौरभ श्याम शमशेरी की पीठ ने अविश्वास प्रस्ताव और निर्वाचन प्रक्रिया को निरस्त कर दिया है. साथ ही वंदना यादव को ही अध्यक्ष मानते हुए इसे बहाल करने के आदेश दिए हैं.