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ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने में प्रशासन नाकाम, अधिकारियों पर उठे सवाल - Hamirpur administration

हमीरपुर जिले में ओवरलोड वाहनों पर लगाम लगाने में प्रशासन नाकाम दिखाई दे रहा है. यहां दिन-रात ओवरलोड वाहन फर्राटा भर रहे है. रोजाना सैकड़ों की संख्या में बालू लेकर ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

ओवरलोड वाहन.
ओवरलोड वाहन.
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Published : Nov 23, 2021, 8:18 AM IST

Updated : Nov 23, 2021, 8:28 AM IST

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में ओवरलोड के खिलाफ प्रशासन शिकंजा कसने में लापरवाही बरत रहा है. यहां दिन-रात ओवरलोड वाहन फर्राटा भर रहे है. रोजाना सैकड़ों की संख्या में बालू लेकर ओवरलोड ट्रक गुजरते है. वहीं, रात में भी इनका आवागमन बना रहता है. ओवरलोड के झाम में अक्सर जाम की नौबत बनीं रहती है.

यहां तक अधिकारियों के सामने भी फर्राटा मारते ओवरलोड़ ट्रक से गुजरते हैं. सरीला के जलालपुर गांव से ही बालू भरे ओवरलोड ट्रकों की संख्या सैकड़ों में होती है, जो कि भेड़ी खरका स्थिति बेतवा में संचालित बालू घाट से मोरम भरकर जलालपुर रहटिया धौहल बिवांर को जाते है. इसकी वजह से करोडों की लागत से बनीं सड़कें ध्वस्त हो रही हैं.

जानकारी देते स्थानीय लोग और संवाददाता.

शासन स्तर से ओवरलोड के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश जारी कर रखे है, लेकिन यहां पर खनन माफियाओं से मिलकर प्रशासन ने ओवरलोड बालू भरे ट्रकों को फर्राटा भरने की खुली छूट दे रखी है. रात हो या दिन हर समय बालू भरे ओवरलोड ट्रक जिले की सड़कों पर फर्राटा भरते हुए नजर आते हैं. ज्यादातर बालू भरे ट्रकों की संख्या सरीला कतहसील इलाके में दिखाई देती है. इसकी वजह यह है कि सरीला तहसील क्षेत्र में बेतवा नदी पर संचालित आधा दर्जन खण्ड संचालित है जिससे खदान से रोजाना सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड ट्रक आवागमन करते है. यहां खदान में हर समय ट्रकों का भारी-भरकम मेला लगा रहता है.

4 से 22 टायर वाले ट्रेलर तक में कई-कई पटरे लगाकर मनमानी ओवरलोड बालू जलालपुर और चिकासी थाना क्षेत्र की खदान से भरी जाती है. यही ओवरलोड ट्रक जालौन-कानपुर आदि जनपदों की ओर निकलते हैं. खास बात यह है कि जलालपुर थाने के ठीक सामने से ही काफी संख्या में ट्रक निकलते है, लेकिन इनको कोई टोकने वाला नहीं है. कारण कि प्रशासन व बालू कारोबारी की मिलीभगत से इन ओवरलोड ट्रकों को बेधडक निकलने की खुली छूट मिली हुई है.

चिकासी और जलालपुर थाना क्षेत्र अवैध खनन भी खनन किया जा रहा है. स्थानीय पुलिस की मदद से पट्टे से हटकर जेसीबी व पोकलैंड के जरिए रात में बालू खनन किया जाता है. दिन में आसपास के मजरों में मशीनों को हटाकर खड़ा कर दिया जाता है. आलम तो यह है कि पड़ोसी जिले जालौन से बेतवा नदी में घाट संचालित है, लेकिन रात में इसी की आड़ में हमीरपुर जिले के रकबे की बालू निकाली जाती है, लेकिन इस पूरे में मामले में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कैमरे के सामने मुंह खोलने को तैयार नहीं है.

इसे भी पढे़ं- ओवरलोड ट्रक ने किसान को रौंदा, मौके पर ही मौत

हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में ओवरलोड के खिलाफ प्रशासन शिकंजा कसने में लापरवाही बरत रहा है. यहां दिन-रात ओवरलोड वाहन फर्राटा भर रहे है. रोजाना सैकड़ों की संख्या में बालू लेकर ओवरलोड ट्रक गुजरते है. वहीं, रात में भी इनका आवागमन बना रहता है. ओवरलोड के झाम में अक्सर जाम की नौबत बनीं रहती है.

यहां तक अधिकारियों के सामने भी फर्राटा मारते ओवरलोड़ ट्रक से गुजरते हैं. सरीला के जलालपुर गांव से ही बालू भरे ओवरलोड ट्रकों की संख्या सैकड़ों में होती है, जो कि भेड़ी खरका स्थिति बेतवा में संचालित बालू घाट से मोरम भरकर जलालपुर रहटिया धौहल बिवांर को जाते है. इसकी वजह से करोडों की लागत से बनीं सड़कें ध्वस्त हो रही हैं.

जानकारी देते स्थानीय लोग और संवाददाता.

शासन स्तर से ओवरलोड के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश जारी कर रखे है, लेकिन यहां पर खनन माफियाओं से मिलकर प्रशासन ने ओवरलोड बालू भरे ट्रकों को फर्राटा भरने की खुली छूट दे रखी है. रात हो या दिन हर समय बालू भरे ओवरलोड ट्रक जिले की सड़कों पर फर्राटा भरते हुए नजर आते हैं. ज्यादातर बालू भरे ट्रकों की संख्या सरीला कतहसील इलाके में दिखाई देती है. इसकी वजह यह है कि सरीला तहसील क्षेत्र में बेतवा नदी पर संचालित आधा दर्जन खण्ड संचालित है जिससे खदान से रोजाना सैकड़ों की संख्या में ओवरलोड ट्रक आवागमन करते है. यहां खदान में हर समय ट्रकों का भारी-भरकम मेला लगा रहता है.

4 से 22 टायर वाले ट्रेलर तक में कई-कई पटरे लगाकर मनमानी ओवरलोड बालू जलालपुर और चिकासी थाना क्षेत्र की खदान से भरी जाती है. यही ओवरलोड ट्रक जालौन-कानपुर आदि जनपदों की ओर निकलते हैं. खास बात यह है कि जलालपुर थाने के ठीक सामने से ही काफी संख्या में ट्रक निकलते है, लेकिन इनको कोई टोकने वाला नहीं है. कारण कि प्रशासन व बालू कारोबारी की मिलीभगत से इन ओवरलोड ट्रकों को बेधडक निकलने की खुली छूट मिली हुई है.

चिकासी और जलालपुर थाना क्षेत्र अवैध खनन भी खनन किया जा रहा है. स्थानीय पुलिस की मदद से पट्टे से हटकर जेसीबी व पोकलैंड के जरिए रात में बालू खनन किया जाता है. दिन में आसपास के मजरों में मशीनों को हटाकर खड़ा कर दिया जाता है. आलम तो यह है कि पड़ोसी जिले जालौन से बेतवा नदी में घाट संचालित है, लेकिन रात में इसी की आड़ में हमीरपुर जिले के रकबे की बालू निकाली जाती है, लेकिन इस पूरे में मामले में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कैमरे के सामने मुंह खोलने को तैयार नहीं है.

इसे भी पढे़ं- ओवरलोड ट्रक ने किसान को रौंदा, मौके पर ही मौत

Last Updated : Nov 23, 2021, 8:28 AM IST
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