हमीरपुर: जिले के राठ कोतवाली अरतरा गांव में हुए दलित की पिटाई को लेकर 4 माह बाद केस दर्ज हुआ है. कोतवाली पुलिस ने दलित उत्पीड़न सहित कई जघन्य धाराओं में एक ही परिवार के 4 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. गांव प्रधान को भी उनका सहयोगी बताया है.
गौरतलब है कि बीती 16 अक्टूबर को गांव की एक दलित महिला सरकारी हैंडपंप में पानी भरने गई थी. आरोप है कि इस पर वहां के निवासी कामता प्रसाद प्रजापति ने उसके बर्तन हैंडपंप से फेंक दिए और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया. महिला ने इसका विरोध किया लेकिन गांव के लोगों ने समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया. इसके बाद फिर से 16 अक्टूबर को हैंडपंप से पानी भरते समय कामता, उसकी पत्नी, पुत्री तथा पुत्र मौके पर आ गए और योजनाबद्ध तरीके से बर्तन फेंकने लगे.
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उन्होंने मना करने पर गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी. यहां तक की जब उसकी पुत्री बचाने आई तो उसकी धोती पकड़कर मां-बेटी को अभद्रता कर मारा. इतना ही नहीं उनके छोटे-छोटे बच्चों को भी मारा जिससे उसकी बेटी बेहोश हो गई. उसे अस्पताल लाई कोतवाली पुलिस ने डॉक्टरी परीक्षण भी नहीं होने दिया.
आरोप है कि पूरे मामले में अरतरा गांव प्रधान भी उनका सहयोगी रहा. मजबूर होकर जब पुलिस ने उनकी तहरीर नहीं लिखी तब वह पुलिस अधीक्षक के यहां पहुंच गए. चुनावी माहौल के चलते उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन पुलिस अधीक्षक के आदेश पर स्थानीय कोतवाली पुलिस ने आज केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने दलित उत्पीड़न व महिलाओं को नंगा कर मारपीट समेत कई गंभीर धाराओं में यह मामला दर्ज कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी है.
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