लखनऊ : बलरामपुर अस्पताल की आईसीयू अब टेलीमेडिसिन से संचालित होगी. आईसीयू के सफल संचालन के लिए पीजीआई, लोहिया संस्थान और एक निजी कंपनी के साथ बलरामपुर अस्पताल के अफसरों की बैठक हुई है. मरीजों को आईसीयू में बेहतर इलाज देने की दिशा में यह कदम उठाया गया है.
अस्पताल के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि 'बलरामपुर अस्पताल की आईसीयू में वर्तमान में 28 बेड पर मरीजों की भर्ती हो रही है. इन पर वेंटिलेटर भी लगे हैं. अस्पताल ने शासन की मंशानुसार आईसीयू में एक कंपनी के निजी अस्पताल के साथ टेलीमेडिसिन ट्रॉयल के तौर पर शुरू कर दी है. इससे यहां के डॉक्टर मुंबई के निजी अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों ने मरीज की स्थिति बताकर बेहतर दवा, इलाज की जानकारी हासिल कर रहे हैं. बलरामपुर की आईसीयू में भर्ती होने वाले मरीजों को पीजीआई और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टर भी टेलीमेडिसिन के जरिए बेहतर इलाज मुहैया करवाएंगे. अस्पताल के निदेशक डॉ. एके सिंह ने बताया कि 'इस संबंध में लोहिया और पीजीआई के आला अफसरों के साथ वार्ता हुई है. मरीजों को टेलीमेडिसिन से इलाज, सुझाव देने के साथ ही बलरामपुर के स्टाफ व डॉक्टरों को भी आईसीयू, वेंटिलेंटर आदि संचालन की बारीकी सिखाकर प्रशिक्षित किया जाएगा.'
बलरामपुर अस्पताल निदेशक डॉ. एके सिंह के मुताबिक, 'अस्पताल की आईसीयू टेलीमेडिसिन के जरिए संचालित की जाएगी. ट्रॉयल शुरू हो गया है. मरीजों को भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है. अस्पताल में कुल 64 वेंटिलेंटर हैं. वेंटिलेटर क्रियाशील हैं. इनमें से 28 वेंटिलेटर पर आईसीयू व दो वेंटिलेंटर इमरजेंसी में मरीजों को इलाज दिया जा रहा है, जबकि अन्य वेंटिलेंटर इमरजेंसी के लिए क्रियाशील स्थिति में सुरक्षित लगे हैं.'