हमीरपुर: किसी ने सच ही कहा है कि मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हमीरपुर के सरीला तहसील क्षेत्र के निवासी 28 वर्षीय अवनीश विश्वकर्मा ने. अपनी प्रतिभा के जरिए लोहा मनवाने की ठानी अवनीश विश्वकर्मा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की एक अनूठी कलाकृति तैयार की है. उन्होंने करीब 1600 चेनलॉक से पीवीसी बोर्ड पर नरेंद्र मोदी की तस्वीर बनाई है, जिसे वे अपने हाथों से प्रधानमंत्री को भेंट करना चाहते हैं.
युवा कलाकार अवनीश ने बताया कि 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुंदेलखंड के महोबा आने की जैसे ही उन्हें सूचना मिली तो वे प्रधानमंत्री से मुलाकात की लालसा पाले उन्हें कुछ खास उपहार में भेंट करने की सोचने लगे. फिर उनके मन में आया कि वे प्रधानमंत्री का एकदम अलग व हटकर चित्र बनाए.
इसी कड़ी में अवनीश मार्केट से चेनलॉक खरीद लाए और आठ घंटे की मेहनत के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 4×3 स्क्वायर फीट के पीवीसी के बोर्ड पर करीब 1600 चेनलॉक हथौड़ी से ठीक कर चित्र तैयार कर दिया.
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अवनीश ने बताया कि उनकी ख्वाहिश है कि वो खुद से निर्मित मोदी जी की तस्वीर को उन्हें भेंट करें. इससे पहले उन्होंने करीब 3932 कील से 2×3 स्क्वायर फीट की चित्र बनाया था. इसके अलावा वो सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी दो तस्वीरें बना चुके हैं.
ये है अवनीश की चित्रों की विशेषता
वहीं, अवनीश की चित्रों की विशेषता यह कि की इनको दूर से देखने के लिए पलकों को झुकना पड़ता है. अवनीश को अभी तक अजमेर, बेतूल, इंदौर, राजस्थान, राजकोट, दिल्ली, मुम्बई समेत अन्य कई जगहों पर आयोजित हुए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनियों में सम्मानित किया जा चुका है.
![चेन लॉक से बनाई प्रधानमंत्री की अनूठी तस्वीर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-hmr-01-narendra-modi-artwork-upc10087_18112021221642_1811f_1637254002_426.jpg)
इतना ही नहीं वर्ष 2019 से 2021 के बीच उन्हें उनकी दुर्लभ कलाकृतियों के लिए पांच राष्ट्रीय और दो विश्व रिकार्ड हासिल किए हैं. बताया कि स्वामी ब्रम्हानंद महाराज (Swami Brahmanand Maharaj) की 2 कलाकृतियां वर्ष 2019 में इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड तथा 2020 में हार्वर्ड वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुई है.
ग्रामीण इलाके के साधारण परिवार से आते हैं अवनीश
हमीरपुर के गोहांड ब्लॉक के बरौली खरका गांव में जन्मे अवनीश विश्वकर्मा ने अपनी प्रतिभा के जरिए लोहा मनवाने की ठानी है. बिना किसी ट्रेनिंग के स्टेपलर आर्ट, चेनलॉक आर्ट, नेल आर्ट और शैडो आर्ट समेत कई प्रकार की कलाओं के जरिए कैनवास और बोर्ड पर अनूठी कलाकृति उकेरते हैं. उन्होंने अपनी कलाकारी का लोहा केवल देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मनवाया है. वहीं, वर्तमान तक दर्जनों अवार्ड अपने नाम कर चुके हैं.
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