गोरखपुर : अफगानिस्तान में फंसा एक शैलेंद्र नाम का युवक आज सही सलामत गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा अपने घर पहुंच गया. सोमवार दोपहर अपने घर पहुंचकर उसने भारत सरकार और मीडिया का धन्यवाद किया. घर पहुंचने के बाद युवक अपने लोगों को देखकर काफी खुश था. वहीं उसकी मां ने उसको मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किय.
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात के बारे में दी जानकारी
शैलेंद्र शुक्ला ने बताया कि अफगानिस्तान का माहौल अपने देश से काफी बुरा है. वहां के लोगों की स्थित देखकर रोना आ रहा है. पूरे विश्व में अपना भारत बहुत अच्छा है. वतन आवसी के पहले के बारे में बताते हुए शैलेंद्र ने कहा कि तालिबान के लोगों ने एयरपोर्ट पर उन लोगों को बंधक बना लिया था. लेकिन मीडिया के माध्यम से जब बंधक बनाने की खबरें चलीं, तो उन लोगों के प्रति तालिबानियों का रवैया बदल गया. लगभग चार घण्टे बाद उनको छोड़ दिया गया.
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17 वर्ष से विदेश में टेक्नीशियन (फोरमैन) का कार्य करते थे शैलेंद्र
शैलेन्द्र शुक्ला ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि वह 17 वर्षों से विदेश में रहते हैं. 11 वर्षों तक उन्होंने श्रीलंका में कार्य किया. 8 महीने नाइजीरिया में काम किए हैं. और 5 वर्ष ओमान में वह रहे हैं. बीते 16 जुलाई को वह ढाई महीने के लिए अफगानिस्तान गए थे. उनको 60-65 हजार रुपए वेतन मिलते हैं.