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युवा वैज्ञानिक ने बनाया नेचुरल ऑक्सीजन मास्क

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में नेचुरल ऑक्सीजन मास्क तैयार किया गया है. यह मास्क ऑक्सीजन लेवल गिरने से रोकेगा.

गोरखपुर
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Published : May 1, 2021, 4:43 PM IST

गोरखपुरः कोरोना महामारी के इस दौर में ऑक्सीजन की किल्लत हर जगह बनी हुई है. यही नहीं, स्वस्थ लोगों के लिए भी ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन करना एक बड़ी समस्या बनी हुई है. भर्ती मरीज के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करना भी बड़ा ही कठिन कार्य हो गया है. साथ ही कामकाजी लोगों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होकर घर से निकलना और अपने काम को अंजाम देना चुनौती भरा है. ऐसे में मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग विश्विद्यालय के साइंस एंड इनोवेशन विभाग के युवा शोधार्थी राहुल सिंह ने कमाल का रास्ता निकाला है. उन्होंने स्वदेशी उपायों से एक ऐसी नई डिवाइस वाला मास्क तैयार किया है, जो ऑक्सीजन लेवल को गिरने से रोकेगा. यह मास्क पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से ऑक्सीजन को तैयार करने में सफल होगा. राहुल सिंह एक ऐसे शोधार्थी हैं, जो पिछले वर्ष भी कोरोनाकाल में सैनिटाइजर टनल, सैनिटाइजेशन मशीन बना चुके हैं. साथ ही कई ऐसे नवाचार को जन्म दिया है, जो अद्भुत हैं. उन्हें राज्यपाल से लेकर विज्ञान कांग्रेस जैसे प्लेटफार्म पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है.

नेचुरल ऑक्सीजन मास्क का आविष्कार

किसी भी मास्क में जोड़ सकते हैं डिवाइस
राहुल बताते हैं कि इस किट को बनाने के लिए वह ऑक्सीजन की समस्याओं को देखते हुए प्रेरित हुए. यह छोटे मोबाइल की साइज का डिवाइस होगा, जो आसानी से पॉकेट में रखा जा सकेगा. जब कभी भी ऐसा लगे कि ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है तो किट में लगे ऑक्सीजन लेवल बटन को ऑन करके उससे जुड़े पाइप की पिन को मास्क में फंसा कर लेवल को गिरने से रोका जा सकता है. राहुल ने बताया कि इस डिवाइस में उन्होंने एक चिप लगाई है, जिससे कहीं भी यह खराब होती है तो उसे घर बैठे ही ठीक कर दिया जाएगा. इस डिवाइस का इस्तेमाल किसी भी मास्क में किया जा सकता है. राहुल कक्षा बारहवीं के छात्र हैं और शहर के एबीसी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करते हैं.

अनेक शोध परिणाम
ट्रैक्टर बनाने से लेकर मोटराइज्ड साइकिल जैसे उपयोगी शोध के साथ अब तक वह दर्जनभर बेहतरीन शोध परिणाम दिए हैं. राहुल के इस शोध को मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने भी सराहा है.

इसे भी पढ़ेंः प्रदेश के 7 जिलों में आज से 18+ का कोरोना टीकाकरण शुरू

बिजली और सूरज से भी चार्ज होती है यह डिवाइस
राहुल सिंह ने बताया कि इस प्रयोग में न तो ज्यादा समय लगा है और न ही पैसा. इसके लिए उन्होंने एक एयर मोटर तैयार किया और उसमें एक ही स्मार्ट सर्किट लगाया. सर्किट के माध्यम से यह एअर मोटर हवा को सात बार फिल्टर कर ऑक्सीजन तैयार कर देता है. इसका लाभ जरूरतमंद को मिलता है. सर्किट को ऊर्जा देने की दोहरी व्यवस्था की गई है. इसमें एक ऐसी बैटरी लगाई गई है, जो दिन में सूर्य की रोशनी से चार्ज होती है और रात को इस्तेमाल के लिए इसे बिजली से भी चार्ज किया जा सकता है.

गोरखपुरः कोरोना महामारी के इस दौर में ऑक्सीजन की किल्लत हर जगह बनी हुई है. यही नहीं, स्वस्थ लोगों के लिए भी ऑक्सीजन लेवल को मेंटेन करना एक बड़ी समस्या बनी हुई है. भर्ती मरीज के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था करना भी बड़ा ही कठिन कार्य हो गया है. साथ ही कामकाजी लोगों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होकर घर से निकलना और अपने काम को अंजाम देना चुनौती भरा है. ऐसे में मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग विश्विद्यालय के साइंस एंड इनोवेशन विभाग के युवा शोधार्थी राहुल सिंह ने कमाल का रास्ता निकाला है. उन्होंने स्वदेशी उपायों से एक ऐसी नई डिवाइस वाला मास्क तैयार किया है, जो ऑक्सीजन लेवल को गिरने से रोकेगा. यह मास्क पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से ऑक्सीजन को तैयार करने में सफल होगा. राहुल सिंह एक ऐसे शोधार्थी हैं, जो पिछले वर्ष भी कोरोनाकाल में सैनिटाइजर टनल, सैनिटाइजेशन मशीन बना चुके हैं. साथ ही कई ऐसे नवाचार को जन्म दिया है, जो अद्भुत हैं. उन्हें राज्यपाल से लेकर विज्ञान कांग्रेस जैसे प्लेटफार्म पर कई बार सम्मानित किया जा चुका है.

नेचुरल ऑक्सीजन मास्क का आविष्कार

किसी भी मास्क में जोड़ सकते हैं डिवाइस
राहुल बताते हैं कि इस किट को बनाने के लिए वह ऑक्सीजन की समस्याओं को देखते हुए प्रेरित हुए. यह छोटे मोबाइल की साइज का डिवाइस होगा, जो आसानी से पॉकेट में रखा जा सकेगा. जब कभी भी ऐसा लगे कि ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है तो किट में लगे ऑक्सीजन लेवल बटन को ऑन करके उससे जुड़े पाइप की पिन को मास्क में फंसा कर लेवल को गिरने से रोका जा सकता है. राहुल ने बताया कि इस डिवाइस में उन्होंने एक चिप लगाई है, जिससे कहीं भी यह खराब होती है तो उसे घर बैठे ही ठीक कर दिया जाएगा. इस डिवाइस का इस्तेमाल किसी भी मास्क में किया जा सकता है. राहुल कक्षा बारहवीं के छात्र हैं और शहर के एबीसी पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करते हैं.

अनेक शोध परिणाम
ट्रैक्टर बनाने से लेकर मोटराइज्ड साइकिल जैसे उपयोगी शोध के साथ अब तक वह दर्जनभर बेहतरीन शोध परिणाम दिए हैं. राहुल के इस शोध को मदन मोहन मालवीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने भी सराहा है.

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बिजली और सूरज से भी चार्ज होती है यह डिवाइस
राहुल सिंह ने बताया कि इस प्रयोग में न तो ज्यादा समय लगा है और न ही पैसा. इसके लिए उन्होंने एक एयर मोटर तैयार किया और उसमें एक ही स्मार्ट सर्किट लगाया. सर्किट के माध्यम से यह एअर मोटर हवा को सात बार फिल्टर कर ऑक्सीजन तैयार कर देता है. इसका लाभ जरूरतमंद को मिलता है. सर्किट को ऊर्जा देने की दोहरी व्यवस्था की गई है. इसमें एक ऐसी बैटरी लगाई गई है, जो दिन में सूर्य की रोशनी से चार्ज होती है और रात को इस्तेमाल के लिए इसे बिजली से भी चार्ज किया जा सकता है.

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