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आजादी के बाद पहली बार हुआ माटी कला बोर्ड का गठन - गोरखपुर समाचार

योगी सरकार की ओर से प्रदेश में माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है. बता दें कि प्रदेश के शिल्पकारों की कला को बढ़ावा देने के लिए इस बोर्ड का गठन किया गया है.

शिल्पकारों के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए हुआ माटी कला बोर्ड का गठन.
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Published : Jul 8, 2019, 8:18 AM IST

गोरखपुरः सीएम योगी ने प्रदेश की कमान संभालते ही शिल्पियों के व्यापार को बढावा देने के लिए टेराकोटा को ओडीओपी में शामिल किया. इसके बाद माटी कला बोर्ड का गठन किया गया, तो कुम्हारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. बोर्ड का गठन होने के बाद गोरखपुर के औरंगाबाद गांव में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था.

शिल्पकारों के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए हुआ माटी कला बोर्ड का गठन.

बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रमुख सचिव नवीन सहगल यहां अवलोकन के लिए पहुंचे. इस दौरान शिल्पी मोहनलाल प्रजापति ने मिट्टी से निर्मित भगवान गणेश की मुर्ति देकर उन्हें सम्मानित किया. कार्यक्रम के बाद बोर्ड अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने वर्कशॉप पोखरा कलाकृतियों का अवलोकन किया. शिल्पियों ने कच्ची मिट्टी से तैयार हाथी, घोड़ा, शोलैम्प, दीया, झूमर जैसी सैकड़ों कलाकृतियों को दिखाया और उसकी उपयोगिता के बारे में भी एक-एक करके बताया.

बोर्ड अध्यक्ष ने गांव में स्थित उस पोखरे का अवलोकन भी किया, जिस पोखरे की मिट्टी से साल 1914 में विजयी प्रजाति ने टेराकोटा कला की शुरुआत की थी. इस दौरान शिल्पी मोहनलाल प्रजाति ने बताया कि इसके दो पोखरे हमारी कुम्हारी कला की धरोहर है. वहीं बोर्ड अध्यक्ष ने एक-एक शिल्पी से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और जल्द ही समस्याओं का निदान करने का अश्वासन दिया.


हमारा गांव औरंगाबाद माटी कला बोर्ड में चयनित हुआ है. प्रमुख सचिव यहां आए थे. उनके आने लिए हम धन्यवाद देते हैं. प्रमुख सचिव से हम लोगों की मांग है कि इलेक्ट्रॉनिक चॉक, पग, मील भठ्ठी और कुछ पैसों का अनुदान मिले ताकि हम लोग अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकें.
-मोहनलाल प्रजापति, शिल्पकार

गोरखपुरः सीएम योगी ने प्रदेश की कमान संभालते ही शिल्पियों के व्यापार को बढावा देने के लिए टेराकोटा को ओडीओपी में शामिल किया. इसके बाद माटी कला बोर्ड का गठन किया गया, तो कुम्हारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. बोर्ड का गठन होने के बाद गोरखपुर के औरंगाबाद गांव में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था.

शिल्पकारों के व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए हुआ माटी कला बोर्ड का गठन.

बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रमुख सचिव नवीन सहगल यहां अवलोकन के लिए पहुंचे. इस दौरान शिल्पी मोहनलाल प्रजापति ने मिट्टी से निर्मित भगवान गणेश की मुर्ति देकर उन्हें सम्मानित किया. कार्यक्रम के बाद बोर्ड अध्यक्ष धर्मवीर प्रजापति ने वर्कशॉप पोखरा कलाकृतियों का अवलोकन किया. शिल्पियों ने कच्ची मिट्टी से तैयार हाथी, घोड़ा, शोलैम्प, दीया, झूमर जैसी सैकड़ों कलाकृतियों को दिखाया और उसकी उपयोगिता के बारे में भी एक-एक करके बताया.

बोर्ड अध्यक्ष ने गांव में स्थित उस पोखरे का अवलोकन भी किया, जिस पोखरे की मिट्टी से साल 1914 में विजयी प्रजाति ने टेराकोटा कला की शुरुआत की थी. इस दौरान शिल्पी मोहनलाल प्रजाति ने बताया कि इसके दो पोखरे हमारी कुम्हारी कला की धरोहर है. वहीं बोर्ड अध्यक्ष ने एक-एक शिल्पी से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी और जल्द ही समस्याओं का निदान करने का अश्वासन दिया.


हमारा गांव औरंगाबाद माटी कला बोर्ड में चयनित हुआ है. प्रमुख सचिव यहां आए थे. उनके आने लिए हम धन्यवाद देते हैं. प्रमुख सचिव से हम लोगों की मांग है कि इलेक्ट्रॉनिक चॉक, पग, मील भठ्ठी और कुछ पैसों का अनुदान मिले ताकि हम लोग अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकें.
-मोहनलाल प्रजापति, शिल्पकार

Intro:पिपराइच गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ का शहर सात समुन्द्र पार विश्व फलक पर प्रसिद्ध है. हस्त शिल्पियों के खूबसूरत कारीगरी को गोरखपुर टेराकोटा औरंगाबाद के नाम से विदेशी देशों में जाना और पहचान जाता है. वहां के शिल्पियों ने कुम्हारी कला से ब्रिटिश हुकुम को भी अपना कायल बना लिया. उन्ही के धरती पर प्रदर्शन कर इनाम इकरार भी हासिल कर चुके है. सीएम योगी प्रदेश की कमान संभालते ही शिल्पियों के व्यापार को बढावा देने के लिए टेराकोटा को ओडीओपी मे शामिल किया. इसके उपरांत माटी कला बोर्ड का गठन किया तो कुम्हारों में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी. बोर्ड गठन के बाद औरंगाबाद में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था. पहली बार बोर्ड अध्यक्ष धर्मवीर प्रजाति और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के प्रमुख सचिव नवीन सहगल पहूंचे. शिल्पी मोहनलाल प्रजाति ने अपनी खूबसूरत कारीगर का नायाब तोहफा मिट्टी से निर्मित गणेश भगवान की मुर्ति दे कर सम्मानित किया.
Body:कार्यक्रम के उपरांत बोर्ड अध्यक्ष धर्मवीर प्रजाति ने वर्कशॉप पोखरा कलाकृतियों का अवलोकन किया. शिल्पियों ने कच्ची मिट्टी से तैयार हाथी, घोड़ा, शोलैम्प, दिया झूमर, आदि सैकड़ों प्रकार के कलाकृतियों को दिखाया एवं उसके उपयोगिता के बारे में एक एक करक बताया. बोर्ड अध्यक्ष ने गांव में स्थित उस पोखरे का अवलोकन किया जिस पोखरे की मिट्टी से वर्ष 1914 में विजयी प्रजाति ने टेराकोटा कला की शुरुआत की थी. इस दौरान शिल्पी मोहनलाल प्रजाति ने बताया कि इसके दो पोखरे हमारी कुम्हारी कला का धरोहर है. आस पढोस में के तालाबों से मिट्टी निकाल कर हम अफना रोजगार चलाते है. वोर्ड अध्यक्ष इस दौरान एक एक शिल्पी से मिले उनका हाल जाना समस्याएं सुनी और जल्द ही निदान करने का अश्वासन दिया.

आज सबसे बड़ी खुशी की बात है कि UP सरकार के प्रमुख सचिव और माटीकला बोर्ड के अध्यक्ष धर्मवीर प्रजाति हमारे यहां उपस्थित हुए थे. बहुत खुशी है कि माटी कला बोर्ड में हमारा टेराकोटा चयनित है. और ये भी होसकता है कि इस सरकार में हम लोगों का विकास हो. एक प्रश्न के उन्होंने उत्तर दिया विकास की राह आसान लग रही है उम्मीद पर दुनिया कायम है देखते है उम्मीदों पर कबतक सफलता मिलती है.

बाइट--शिल्पि मोहनलाल प्रजाति

हमारा गांव औरंगाबाद माटी कला बोर्ड में चयनित हुआ है प्रमुख सचिव आये थे उनके आने लिए हम धन्यवाद देते है वे हमारे व्योसाय को बढावा देना चाहते है. प्रमुख सचिव से हम लोगों की मांग है कि इलेक्ट्रॉनिक चाक पग मील भठ्ठी और कुछ पैसों का अनुदान मिले ताकि हम लोग अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकें.

बाइट महिला शिल्पि सरिता प्रजाति.Conclusion:इटीवी भारत से खास बाचतीत के दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने माटी कला बोर्ड बनाया ही है इन्हीं वर्गों के लिए जो मिट्टी पर आधारित परिवार मिट्टी से अपना रोजगार कर रहे है. टेराकोटा से संबंधित मुर्ति आदि जितने भी आईटम उत्तर प्रदेश में बन रहें हैं माटी कला बोर्ड बना ही उनके खातिर. ये बोर्ड उनको मिट्टी फंडिंग इलेक्ट्रॉनिक चाक आदि मुहैया करेगा. अगर कोई व्यक्ति गरीब परिवार का है वो अपना उद्योग लगाना चाहता है तो उसको उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा. उनके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 25 प्रतिशत सब्सिडीपर लोन, केंद्र सरकार की ओर से जो योजना है उसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी है. आजादी के बाद पहली बार माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है. उत्तर प्रदेश में पहली बार योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी पहली बार उत्तर प्रदेश में बोर्ड का गठन हुआ. उत्तर प्रदेश के सभी मुर्तिकारों की ओर से सीएम को आभार है उन्होंने मुर्तिकारों की चिंता की. हम लोग खुद पुरे उत्तर प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं. मिट्टी से किस किस तरह के आइटम निर्मित हो रहे है. उसको खादी ग्रामोद्योग आफिस के निचे स्वरुम बना रहे है उसमें पुरे उत्तर प्रदेश में जितने भी मिट्टी के आइटम बन रहे है हम वहां उपलब्ध करेंगे. हम लोग प्रयास करेंगें मार्केटिंग की व्यस्था ठीक तरह हो. क्योंकि मार्केटिंग अच्छी होने जितने भी आइटम बने हैं उनका उचित मुल्य उनको मिल जाएगे तो उनके परिवार का अच्छे ढंग भ्रमण पोषण हो जायेगी.

बाइट-- माटी का बोर्ड अध्यक्ष धर्मवीर प्रजाति( सफेट कुर्ता)
वीजुअल-- बोर्ड अध्यक्ष द्वारा कलाकृतियों का अवलोकन एवं मुर्ति देकर सम्मानित करते हुए शिल्पी.

रफिउल्लाह अन्सारी 8318103822
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